लोहरदगा (झारखण्ड). वनवासी कल्याण केंद्र परिसर में कल्याण आश्रम के संस्थापक वनयोगी बाला साहब देशपांडेय जी का जन्मशती समारोह 26 दिसंबर को धूमधाम से मनाया गया. मुख्य अतिथि सोमया जुलु, विशिष्ट अतिथि प्रकाश कामत, मणिराम पाल का स्वागत शबरी आश्रम की बालिकाओं ने किया.
मुख्य अतिथि सोमया जुलु ने स्व. बाला साहब देशपांडेय के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. नागपुरिया कलाकार कुबेर भगत एवं अंशु देवी ने वंदना गीत प्रस्तुत किया. तत्पश्चात कैलाश उरांव ने मंचासीन अतिथियों का परिचय एवं स्वागत समिति के पदाधिकारियों ने बैज लगा कर स्वागत किया. कार्यक्रम के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया. सोमया जुलु ने कहा कि वनयोगी माला साहब ने वनवासी समाज की धर्म, संस्कृति को बचाने एवं सर्वांगीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य,संस्कार,श्रद्धा जागरण एवं आर्थिक विकास के लिये सेवा के प्रकल्प शुरू किये. संपूर्ण भारत में निवास करने वाले वनवासी बंधुओं को संगठित करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि देश भर में 13 हजार वनवासी ग्रामों में 18,500 सेवा के प्रकल्प चलाये जा रहे हैं. आश्रम में अन्य राज्यों के बच्चों को भी शिक्षा दी जा रही है.
संपूर्ण देश में वनवासी बंधुओं में अपने सनातन धर्म के प्रति श्रद्धा जागृत हो रही है. संपूर्ण देश का वनवासी समाज संगठित हो रहा है. वनवासी कल्याण आश्रम बाला साहब देशपांडेय के संदेश – तू, मैं एक रक्त अर्थात नगर, ग्राम एवं वनवासी, सभी हैं भारतवासी. सभी इसे ध्यान में रख कर ही कार्य कर रहे हैं. समारोह में प्रांत से 300 पूर्णकालिक, अंशकालिक तथा समिति के सदस्यों ने भाग लिया. लोहरदगा जिला से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं स्वयं सहायता समूह के सदस्य उपस्थित थे