जोधपुर (विसंकें). अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आंबेकर जी ने कहा कि विद्यार्थी कल का नहीं आज का नागरिक है. छात्रशक्ति ही राष्ट्र शक्ति होती है. छात्र शक्ति के बल पर ही देश में क्रान्ति का सूत्रपात होता है. वह मंगलवार को विद्यार्थी परिषद् के 51वें प्रदेश अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दुनियाभर के विश्वविद्यालयों में गीता व योग को आदर्श मानकर पढ़ाया जा रहा है. भारत में गीता व योग को साम्प्रदायिक करार दिये जाने पर दुःख व्यक्त करते हुए इन परिस्थितियों को देश में आईएसआईएस के बढ़ते प्रभाव का कारण बताया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति कैलाश सोढाणी ने कहा कि संस्कार से ही सद्भाव का निर्माण संभव है एवं स्वामी विवेकानन्द ने राष्ट्रीय संस्कारों को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाई. विद्यार्थी परिषद् ज्ञान शील एकता के ध्येय वाक्य के साथ कार्य को आगे बढ़ा रहा है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर घनश्याम ओझा ने संस्कारों की भूमि भारत से ही विश्व के युवाओं को मार्गदर्शन मिलेगा. आगामी समय भारत के चरित्रवान युवाओं का ही होगा. परिषद् के प्रदेशाध्यक्ष हेमन्त घोष ने कहा कि परिषद् का उद्देश्य केवल छात्र संघ चुनाव लड़ना ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चरित्र से प्रेरित युवाओं को तैयार करना है. बांग्लादेश घुसपैठ, भ्रष्टाचार, शिक्षा में संस्कार, धारा 370 सहित राष्ट्रीय मुद्दों पर युवाओं को सक्रिय भूमिका पर लाने का कार्य परिषद् करती है.
स्वागत समिति के अध्यक्ष अतुल भंसाली, सचिव महेन्द्र मेघवाल ने भी प्रतिनिधियों का स्वागत किया. उद्घाटन सत्र में संघ के क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास जी, प्रान्त प्रचारक मुरलीधर जी, जेएनवीयू के कुलपति आरपी सिंह, सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे. इससे पूर्व परिषद् के 51वें अधिवेशन की प्रदर्शनी का उद्घाटन संघ के वरिष्ठ प्रचारक नन्दलाल जी ने किया. प्रस्ताविक व चुनाव सत्र में चुनाव अधिकारी सुनील चतुर्वेदी ने चुनाव प्रक्रिया में जोधपुर के हेमन्त घोष को पुनःप्रदेशाध्यक्ष, झालावाड़ के संदीप क्षोत्रिय को निर्विरोध प्रदेश मन्त्री घोषित किया.