कुरुक्षेत्र. संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र को कार्याशाला आयोजन में अपना लोगो प्रयोग करने की अनुमति प्रदान की है. इस आशय का पत्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार से प्राप्त हुआ.
विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेंद्र सिंह ने बताया कि मंत्रालय की ओर से लोगो प्रयोग करने की अनुमति पहले भी मिल चुकी है, जिसे संस्थान ने देशभर में आयोजित की जाने वाली चार विषयों की कार्यशालाओं के आयोजन में सफलतापूर्वक प्रयोग किया. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल ने संस्थान के कार्यों को मान्यता देते हुए यह अनुमति दिलवाई है.
डॉ. रामेन्द्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान देशभर में भारतीय संस्कृति की पताका को आगे बढ़ाने में निरन्तर प्रयासरत है, जिसके लिए संस्थान द्वारा देशभर में अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा, संस्कृति प्रवाह परीक्षा, निबन्ध प्रतियोगिताओं व चार विषयों पर कार्यशालाओं के माध्यम से लगभग 25 लाख छात्रों में भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत शिक्षा का मार्गदर्शन प्रतिवर्ष किया जा रहा है. विभिन्न स्थानों पर अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है, जिसके माध्यम से प्रश्नमंच प्रतियोगिता, कथा-कथन, आशु भाषण, पत्र-वाचन जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, वहीं संस्कृति वार्ता एवं संस्कृति प्रदर्शनी भी आकर्षण का केन्द्र रहती है. कुरुक्षेत्र नगर में भी संस्थान द्वारा प्रतिमास शैक्षिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन अनेक वर्षों से किया जाता रहा है. कुरुक्षेत्र की महिमा से अवगत कराने के लिए संस्थान में संपूर्ण देश से विद्वत्जनों एवं कला विभूतियों का किसी न किसी निमित्त आगमन होता रहता है, जिन्हें कुरुक्षेत्र के पर्यटन स्थलों की जानकारी के साथ-साथ उससे प्रत्यक्ष परिचित करानास, इस दिशा में एक उल्लेखनीय प्रयास है. उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में संस्थान द्वारा बाल साहित्य तथा संस्कृति ज्ञान परीक्षा पुस्तिकाओं में गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है.