केरल में त्रिशूर जिले के युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के दोगलेपन का उदाहरण प्रस्तुत किया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के कृत्य को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की विधायक गीता गोपी ने पुलिस में भी शिकायत दी है.
शनिवार (27 जुलाई 2019) को त्रिशूर में नत्तिका निर्वाचन क्षेत्र की विधायक गीता गोपी ने चेरपु मिनी सिविल स्टेशन के परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया. विरोध-प्रदर्शन त्रिपयार से चेरपु राज्य राजमार्ग पर रखरखाव से संबंधित था. लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से आश्वासन मिलने के पश्चात उन्होंने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया.
असल घटना इसके पश्चात हुई. चेरपु मिनी सिविल स्टेशन परिसर में जिस स्थान पर विधायक गीता गोपी ने विरोध-प्रदर्शन किया था, उस जगह को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गोबर से लीपा. उनका मकसद “स्पॉट (स्थल) को शुद्ध करने” से था. कारण, विधायक गीता गोपी दलित समुदाय से आती हैं. केरल में साक्षरता दर भारत के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है.
केरल की स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और महिला एवं बाल विकास मंत्री केके शैलजा ने घटना की निंदा की. कांग्रेस अपने कार्यों के माध्यम से पार्टी की संस्कृति दिखा रही है. “विधायक गीता गोपी के खिलाफ जातिवादी भेदभाव चौंकाने वाला है. यह आपराधिक और बेहद निंदनीय है.