
जम्मू (विसंकें). मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार जी ने कहा कि ‘जो लोग पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे हैं, विशेष रूप से अलगाववादी और उनके परिवार वाले, भारत सरकार को उन्हें भारत की सरजमीं पर रहने की इजाजत नहीं देनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि ‘इसका परिणाम कश्मीरी राष्ट्रवादी लोगों के लिए शांति और समृद्धि भरा होगा. भारत सरकार को सभी कश्मीरी अलगाववादियों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए.’
इंद्रेश कुमार जी जम्मू में आयोजित एक सेमीनार को संबोधित कर रहे थे, देश के समक्ष चुनौतियां तथा भारतीय मुसलमानों की भूमिका सेमीनार का विषय रखा गया था. इस सेमिनार का आयोजन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की जम्मू-कश्मीर इकाई ने किया था. जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर कविंदर गुप्ता सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इंद्रेश जी ने कहा कि यह सरकार और जनता की सद्भावना है कि पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने के बावजूद यहां रहने दिया जा रहा है, लेकिन अब बर्दाश्त करने की सीमा खत्म हो गई है.
उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि वह जनादेश और बीजेपी के समर्थन का सम्मान करते हुए विकास पर ध्यान दें. राज्य सरकार को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में विकास पर ध्यान देने की जरूरत है. आजादी के बाद देश में हुए सांप्रदायिक दंगों पर चिंता जताते कहा कि इससे आम आदमी के जीवन और जानमाल को नुकसान पहुंचता है.
इंद्रेश कुमार जी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की कि अपना शोषण मौकापरस्त लोगों से न होने दें. ये लोग लोगों के जीवन से शांति और सुख को छीन भड़काने का काम करते हैं. मौकापरस्त लोग जम्मू-कश्मीर में शांति प्रक्रिया, संपन्नता, विकास और शिक्षा के खिलाफ काम करते हैं. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक हाजी मोहम्मद अफजल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में केवल मुस्लिम मुख्यमंत्री बने हैं, लेकिन सबने निजी फायदे के लिए काम किया.