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सामाजिक समरसता के लिए गांव-गांव में होंगे यज्ञ एवं सद्भावना सम्मेलन

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हरियाणा में होगी नई सुबह की शुरुआत, 3 अप्रैल को रोहतक में होगा प्रांत स्तरीय सद्भावना सम्मेलन

करनाल, हरियाणा (विसंकें). पिछले दिनों हरियाणा में उपद्रव के कारण पैदा हुए नफरत के माहौल के कारण खराब हुए सामाजिक सद्भाव को पटरी पर लाने के लिए हरियाणा में एक नई सुबह की शुरुआत होगी. इसके लिए बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

samajik_samrastaगीता मनीषी महामंडलेश्वर एवं सामाजिक समरसता मंच हरियाणा के संरक्षक मंडल के प्रमुख स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि सामाजिक समरसता मंच के बैनर तले प्रदेश के प्रत्येक गांव में समरसता यज्ञ तथा सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा. प्रत्येक जिला मुख्यालय और नगर मुख्यालयों पर सामाजिक सद्भावना सम्मेलन और बैठकों का आयोजन करने के साथ ही रोहतक स्थित नई अनाज मंडी में प्रांत स्तरीय सामाजिक सद्भावना सम्मेलन का 3 अप्रैल को आयोजन किया जाएगा. सम्मेलन में प्रांत के हर गांव से हर वर्ग के लोगों की भागीदारी होगी. सम्मेलन में प्रमुख तौर पर जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद जी महाराज, योगऋषि एवं पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक स्वामी रामदेव सहित अन्य गणमान्य संतों की उपस्थिति उल्लेखनीय रहेगी. सम्मेलन में प्रदेशभर से संतों, महात्माओं, धर्मगुरुओं के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के व्यक्ति को आमंत्रित किया जाएगा.

स्वामी जी ने बताया कि अब तक प्रदेश में साढ़े छह सौ स्थानों पर एक हजार से अधिक छोटे-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका  है. इस अभियान के माध्यम से प्रदेश के साढ़े छह हजार गांवों तक सामाजिक समरसता का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा ताकि हरियाणा का गौरव छत्तीस बिरादरी का सद्भाव फिर से कायम हो सके. गांव में होने वाले सद्भावना यज्ञ के लिए हर घर से समिधा और एक चम्मच घी एकत्र कर हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित कराई जाएगी, ताकि समाज एकजुट किया जा सके. उन्होंने बताया कि 27 मार्च तक गांवों, जिला मुख्यालयों एवं कस्बों में सद्भावना सम्मेलनों, यज्ञों एवं यात्राओं का आयोजन किया जाएगा. हरियाणा श्रीमद्भगवद्गीता का प्राकट्य स्थल रहा है. गीता ने सभी को एक साथ रहने का संदेश दिया है. मानवता सद्भावना का मूल है. मेरा राष्ट्र मेरा गौरव जैसी बातों से राष्ट्रीय गर्व की अनुभूति होती है. अपने हितों के लिए औरों को नुकसान पहुंचाना गलत है जो अतीत में घट चुका है, उससे शिक्षा ली जा सकती है. प्रबुद्ध वर्ग इससे चिंतित है. कोई भी स्थिति असंभव नहीं होती. उससे एकजुटता के साथ निपटा जा सकता है. इस अभियान के माध्यम से उनके दिलों में भी पश्चाताप की भावना को प्रकट करने का प्रयास किया जाएगा, जिनके कारण उपद्रव हुआ. उन्होंने कहा कि समाज टूटेगा तो देश के लिए खतरा पैदा होगा.

उन्होंने राजनेताओं को संदेश देते हुए कहा कि राजनीति मानवता के हितों के खिलवाड़ के लिए नहीं होती, बल्कि लोगों को जोड़ने के लिए होती है. यदि किसी के मन में नफरत की दीवार है तो उसे गिरा दें. समाज और देश को एकजुट करने के लिए काम करने की आवश्यता पर बल देते हुए कहा कि लोग यदि जागरूक होंगे तो सुरक्षा अपने आप हो जाएगी. इसी के दृष्टिगत गांव-गांव में लोगों को जगाने के लिए विराट अभियान की शुरुआत हुई है.

समरसता मंचपत्रकार वार्ता के दौरान सामाजिक सद्भावना मंच के प्रांत संयोजक सुभाष आहुजा के साथ ही प्रांत के सह संयोजक राजेश कुमार और वीरेंद्र जी के अलावा मंच के मीडिया प्रभारी अनिल कुमार भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे.

करनाल में 22 मार्च को समरसता बैठक

स्वामी जी ने बताया कि करनाल में 22 मार्च को बड़ी सामाजिक समरसता बैठक का आयोजन किया जाएगा. इस बैठक में प्रयासपूर्वक समाज के हर वर्ग, समुदाय का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा.

अनुराधा बेनीवाल, रणदीप हुड्डा आएंगे रोहतक कार्यक्रम में

मंच के प्रांत संयोजक सुभाष आहुजा ने बताया कि रोहतक में 3 अप्रैल को आयोजित विराट सद्भावना सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी और हरियाणा की शान अनुराधा बेनीवाल एवं फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा भी आएंगे. अनुराधा बेनीवाल का वीडियो संदेश उपद्रव के दौरान काफी चर्चित हुआ था, जिसमें उन्होंने सात समंदर पार बैठे होने के बावजूद उपद्रवियों को दायित्व का बोध कराया. यह वीडियो उपद्रव को शांत कराने में काफी अहम रहा. इस वीडियो को उन्होंने लंदन से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.

इन संतों ने दी कार्यक्रम में आने की सहमति

रोहतक में होने वाले कार्यक्रम में पहुंचने के लिए अभी तक जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद जी महाराज, स्वामी दिव्यानंद जी महाराज (कालरम वाले), स्वामी परम चैतन्य जी महाराज, स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज मुरथल वाले, स्वामी रामानंद जी खरखौदा वाले तथा हुजूर कंवर सिंह जी महाराज (राधा स्वामी, दिनोद वाले) ने सहमति दे दी है. इसके अलावा अन्य संतों से भी मंच के माध्यम से संपर्क किया जा रहा है.

संविधान के दायरे में रहकर उठाएं मांग

स्वामी जी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है. किसी को भी अपनी बात संविधान के दायरे में रहकर उठानी चाहिए. उपद्रव को किसी भी सूरत में सही नहीं कहा जा सकता. सामाजिक समरसता मंच हरियाणा लोगों से अपील करता है कि समाज का माहौल बिगाड़ने वाले तत्वों पर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले लोग नजर रखें और उन्हें सही रास्ता दिखाएं.

मीडिया अपनी भूमिका निभाए

पत्रकारों के प्रश्नों का जवाब देते हुए स्वामी ज्ञानानंद जी ने कहा कि मीडिया को भी समाज को एकजुट करने में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करना चाहिए. उन्होंने मीडिया कर्मियों को सकारात्मक और समाज को ऊर्जा देने वाली खबरों को प्राथमिकता देने की अपील की. इसके साथ ही स्वामी जी ने सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वालों से भी आग्रह किया कि वे किसी ऐसी पोस्ट को न लिखें या फारवर्ड करें, जिससे समाज का सौहार्द खराब हो.

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