नई दिल्ली. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की घटनाएं निरंतर जारी हैं. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक बार फिर एक नाबालिग हिन्दू लड़की को अगवा करने का मामला सामने आया है. सिंध प्रांत के नयन कोट क्षेत्र के शाह लतीफ कॉलोनी में बीते गुरुवार को कुछ मुस्लिम युवकों ने पहले एक हिन्दू परिवार पर हमला किया. इसके बाद उन्होंने बंदूक के बल पर एक नाबालिग लड़की को अगवा कर लिया. नाबालिग लड़की की पहचान प्रियंका कुमारी के रूप में हुई है. प्रियंका कुमारी के परिवार ने बताया कि उनकी बेटी को कलीम अल्लाह और उसके साथियों ने बंदूक के बल पर अगवा किया है. पिछले एक सप्ताह में हिन्दू लड़कियों को अगवा करने का ये सातवां मामला हैं. इससे पहले बीते मंगलवार को भी मीरपुरखास निवासी ऐशा को अगवा करके उसको जबरन इस्लाम कबूल कराने का मामला सामने आया था. पाकिस्तान में हिन्दुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जारी है. लेकिन इमरान सरकार और उसके अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
सोमवार को भी सिंध में 24 घंटे के अंदर 3 हिन्दू लड़कियों को अगवा करने और धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराने का मामला सामने आया था. जिसमें 2 मामले टंडो मोहम्मद खान जिले के थे, जहां पर मुस्लिम युवकों ने शिवानी और 15 वर्षीय सनतारा 2 लड़कियों को हथियार के बल पर अगवा किया था. जिसके बाद मौलवियों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उनकी शादी मुस्लिम युवकों से करा दी थी. वहीं तीसरा मामला मीरपुरखास का था. जहां पर भी एक हिन्दू लड़की भगवंती को मौलवियों ने जबरन इस्लाम कबूल कराकर उसकी शादी एक मुस्लिम युवक से करा दी थी. भगवंती के पिता ने बताया था कि आरोपियों ने धमकी दी है, अगर वह अपनी बेटी को वापस लेकर जाएंगे, तो वह उसकी हत्या कर देंगे. क्योंकि इस्लाम कबूल करने के बाद इस्लाम छोड़ने की सजा मौत होती है. पाकिस्तान में हिन्दुओं समेत सभी अल्पसंख्यकों पर अत्यातार लगातार जारी है. पाकिस्तान में आये दिन हिन्दुओं लड़कियों को अगवा करके उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है. लेकिन पाकिस्तान सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमेशा दावा करते हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित है. लेकिन स्थिति इसके बिल्कुल उलट है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव, हिंसा, हत्या, अपहरण, रेप, जबरन धर्म परिवर्तन जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं.