मकर संक्रान्ति पूरे भारत मनाए जाने वाला प्रमुख पर्व है. मकर संक्रांति का पर्व संक्रमण का पर्व है, परिवर्तन का पर्व है….प्रकृति मानवीय जीवन को संकेत करती है अच्छे बदलाव के लिए, व्यक्तिगत जीवन से सामाजिक जीवन की दिशा में ले चलने के लिए….भारतीय संस्कृति में मकर संक्रांति निमित्त दान-पुण्य करने की परंपरा बड़ी पुरातन है…विभिन्न प्रान्तों में इसे अलग-अलग नाम से मनाया जाता है. मकर संक्राति का पर्व भारत के अलावा नेपाल सहित अन्य देशों में भी मनाया जाता है.
पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है. वर्तमान समय में यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य देव धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करते हैं.
भारत के दक्षिणी भाग के राज्यों में पोंगल, संक्रांति पर्व के रूप में मनाया जता है. पश्चिमी भारत में उत्तरायण, मध्य भारत में मकर संक्रांति, उत्तर में माघी, मकर संक्रांति, खिचड़ी, लोहड़ी (पंजाब) के रूप में मनाया जाता है. पूर्व में असम में भोगाली बीहु या माघ बीहु के नाम से प्रसिद्ध हैं. कश्मीर घाटी में शिशुर संक्रांत से नाम से जाना जाता है. पश्चिम बंगाल में पौष संक्रांति के नाम से मनाया जाता है.