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सेविका समिति द्वारा 1007 स्थानों पर सेवा प्रकल्प चलाए जा रहे

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रांची (विसंकें). सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में चल रही राष्ट्र सेविका समिति की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र में चल रहे कार्यों की जानकारी दी. देशहित के लिए संसद द्वारा निर्मित नागरिकता संशोधन अधिनियिम को लेकर शहरों के साथ-साथ गांवों में भी जागरूकता अभियान बहनों द्वारा चलाया जा रहा है. पूरे देश में 1007 स्थानों पर समिति की बहनों द्वारा सेवा कार्य किए जा रहे हैं, जहां बहनें अपने आर्थिक वृत्ति से समाज के वंचित वर्गों को आगे बढ़ा रही हैं. प्रतिनिधियों ने बताया कि देश के सरकारी 732 और समिति के कार्य की सुविधानुसार 937 जिलों में समिति का काम एवं 357 स्थानों पर नियमित शाखाएं लग रही हैं. बैठक में सभी अखिल भारतीय अधिकारी, 12 क्षेत्र एवं 38 प्रांतों की संचालिका एवं कार्यवाहिका, उनकी सहयोगी एवं प्रचारिका ने भाग लिया.

बैठक में अपने अनुभव साझा करते हुए असम की कार्यवाहिका ने कहा कि अब तक वहां 950 गांवों में सीएए के समर्थन में संपर्क अभियान चलाया गया. वहां जितना काम राज्य सरकार नहीं कर पाई, उससे ज्यादा राष्ट्र सेविका समिति की बहनें कर रही हैं. संपर्क चलाने के लिए टीम में एक वकील एवं पूर्णकालिक बहनें हैं.

पर्यावरण, सुरक्षा एवं सेवा पर हुई चर्चा

बैठक में पर्यावरण, महिलाओं की सुरक्षा एवं सेवा के कामों पर चर्चा हुई. प्रमुख कार्यवाहिका ने कहा कि समिति की बहनों को पर्यावरण की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है. पूरे देश में यह समस्या बनती जा रही है. लोगों को इसके लिए जागरूक करना होगा. जल संरक्षण के लिए अभियान चलाना होगा. महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी बैठक में चिंता व्यक्त की गई. समिति की बहनों द्वारा पूरे देश में 289 स्थानों पर शिक्षा, 154 स्थानों पर स्वास्थ्य एवं 140 स्थानों पर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का काम चल रहा है. गरीब लड़कियों के लिए छात्रावास चलाए जा रहे हैं.

बैठक में देश की वर्तमान स्थिति, महिलाओं की सुरक्षा, परिवार प्रबोधन, अपनी शाखाओं की संख्या बढ़ाना एवं राष्ट्र के नवनिर्माण में महिलाओं की योगदान व परिवार के नींव के रूप में कैसे और भी मजबूत हो, इन विषयों पर गहन चिंतन चल रहा है.

मतांतरण एवं दलित पिछड़ों की स्थिति एवं महिला सुरक्षा पर चर्चा पर दूसरे दिन तीन सत्रों में अलग-अलग विषयों पर चर्चाएं हुई. इसमें महिला सुरक्षा, धर्मातरण, लव जिहाद, एवं राष्ट्र की अखंडता महत्वपूर्ण विषय था. झारखंड में मतांतरण सबसे बड़ी चुनौती है. इसे कैसे रोका जाए, इसके लिए समिति की बहनें कार्य करेंगी. लव जेहाद के प्रति लड़कियों को जागरूक किया जाएगा. इसके लिए 14 वर्ष से ऊपर की लड़कियों का एक समूह तैयार किया जाएगा, जो कॉलेजों व छात्रावासों में जाकर लड़कियों को सचेत करेंगी.

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