जोधपुर (विसंकें). लेखक अयोध्या प्रसाद गौड़ जी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के खतरे बताते हुए कहा कि आने वाले समय में समाचार लिखने के लिए पत्रकार की जगह मशीन यानी रोबोट ले सकता है. मशीनें समाचार तो लिख सकती हैं, लेकिन संवेदनाओं को व्यक्त नहीं कर सकतीं. वे विश्व संवाद केंद्र जोधपुर के तत्वाधान में नारद जयंती के उपलक्ष्य में (शनिवार, 05 मई को) आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर दो दर्जन पत्रकारों का पटका व भारत माता का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया.
लघु उद्योग भारती सभागार में आयोजित संगोष्ठी में अयोध्या प्रसाद जी ने देवर्षि नारद से लेकर आज तक की पत्रकारिता के तौर-तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि नारद, जिन्हें हमें एक प्रखर शोधार्थी और सृष्टि के प्रथम संवाद विशेषज्ञ के रूप में जानना चाहिए था, उन्हें सामान्यतया हम एक विदूषक की तरह जानते हैं. वस्तुतः नारद हमारे वर्तमान समाज में सार्थक संवाद की कमी के चलते अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं. तथ्यों का संकलन, उनका विश्लेषण, समाज के हित के लिए उसका निरूपण और सहज – सटीक प्रस्तुतिकरण, नारद के व्यक्तित्व से मीडिया जगत के लोग बहुत कुछ सीख सकते हैं. आज जब सोशल मीडिया, पेड न्यूज और फेक न्यूज़ के कारण मीडिया की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह महसूस होता है, नारद हमें राह दिखाते हैं.
मुख्य अतिथि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के हिंदी व पत्रकारिता विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र मिश्र जी ने वर्तमान समय में पत्रकारिता की दशा और दिशा पर चर्चा की. उन्होंने पत्रकारों को निष्पक्ष रहते हुए सही तथ्यों का चुनाव कर रिपोर्टिंग करने का सुझाव दिया. पत्रकारों को अपने ऊपर किसी पार्टी या विचारधारा का ठप्पा लगने से बचना चाहिए.
संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार राजस्थान पत्रिका के जोनल सम्पादकीय प्रभारी आशीष जोशी जी, इलैक्ट्रॉनिक मीडिया से राजीव गौड़ को शॉल पहना कर और श्रीफल तथा भारत माँ का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्व संवाद केंद्र न्यास जोधपुर के अध्यक्ष खूबचंद खत्री जी ने नारद भक्ति सूत्र में पत्रकारिता के दिशा निर्देशों पर जानकारी दी. विश्व संवाद केंद्र न्यास जोधपुर के सचिव प्रफुल्ल मेहता जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया.