जोधपुर. मात्र 22 वर्ष की अल्पायु में स्वदेशी के लिये शहीद होने वाले बाबू गेनू के जीवन से युवाओं ने स्वदेशी के लिये प्राणन्योछावर करने की प्रेरणा ली है. छोटी-छोटी घरेलू उपयोग की वस्तुओं के लिये विदेशी उत्पादों का सहारा लेते वक्त स्वदेशी की खातिर शहीदों के बलिदान का स्मरण करना चाहिये.
जोधपुर नगर निगम महापौर घनश्याम ओझा ने शहीद बाबू गेनू के चित्र सम्मुख दीप दान करने के अवसर पर जालोरी गेट चौराहा पर स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित श्रद्धाजंलि कार्यक्रम में कहा कि हमें इस बलिदान से प्रेरणा लेते हुए स्वदेशी वस्तुओ को जीवन में महत्व देना ही चाहिये. इस अवसर पर 20 हजार स्वदेशी वस्तुओं की सूची के आग्रह पत्र वितरित किए गये.
जालोरी गेट पर दीपमाला सजाये जाने के साथ मंच के महानगर कार्यकर्ता मिथलेश झा, अशोक वैष्णव और दीपक व्यास ने स्वदेशी का महत्व बताते हुए 501 दीपक जलाये. विभाग संयोजक लूनाराम सैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया.