जम्मू. अलगाववादी नेता की रिहाई एक दिन बाद विश्व हिंदू परिषद ने ने जम्मू में आयोजित हिंदू सम्मेलन में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद पर निशाना साधा. रविवार 08 मार्च को विहिप ने स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में जम्मू में हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया.
विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि जम्मू विस चुनावों के शांतिपूर्ण संपन्न होने पर मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद द्वारा पाकिस्तान और हुर्रियत नेताओं की प्रशंसा से भारत के नागरिक शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं. धारा 370 पर डॉ तोगड़िया ने कहा कि अब देश में दो संविधान और दो अलग अलग कानून नहीं चलने देंगे. मैं आपको बता रहा हूं कि आर्टिकल 370 समाप्त होगा, इसे जाना ही पडेगा. देश का प्रधानमंत्री देश के किसी भी हिस्से से संसद का चुनाव लड़ सांसद बन सकता है, लेकिन वह श्रीनगर में नगर निगम का चुनाव तक नहीं लड़ सकता. हम अब यह और बर्दाश्त नहीं करने वाले.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कशमीर का भी भारत में उसी तरह विलय हुआ था, जिस तरह हैदराबाद और जूनागढ़ को मिलाया गया था, फिर जम्मू-कशमीर को यह विशेष दर्जा क्यों दिया जाना चाहिये. डॉ तोगड़िया ने पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को भी भारतीय नागरिकता देने की मांग की. कहा, “कोई भी सरकार अगर इसकी खिलाफत करेगी तो वह हमें स्वीकार्य नहीं.”
उन्होंने कहा कि मुफ्ती सईद, तुम्हें राज्य की जनता का शुक्रिया अदा करना चाहिये, जिन्होंने तुम्हें मुख्यमंत्री बनाया है. देश के लोग यह सहन करने वाले नहीं हैं. तुम्हें राज्य को शांति, तरक्की और समृद्धि के मार्ग पर ले जाने के लिये काम करना चाहिये, नहीं तो यही जनता तुम्हें कान से पकड़कर घर में बैठा देगी. उन्होंने मुफ्ती से बयान के लिये माफी मांगने की मांग की और पूछा कि “क्या अगला विधानसभा चुनाव पाकिस्तान में लड़ने वाले हो ? आप यहां सत्ता में हिंदुओं की दया से बैठे हो.” आलम को फिर से गिरफ्तार करने की मांग करते कहा कि कानून प्रक्रिया पूरी करने के नाम पर लोगों को पागल मत बनाओ, तो आलम पहले जेल में कैसे था? भारत में “गो इंडिया गो” जैसे नारे लगाने वालों के लिये केवल फांसी की सजा होनी चाहिये.”
डॉ तोगड़िया ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले आतंकवादियों को पुलिस में भर्ती कर मुफ्ती एक और गलती करने जा रहे हैं, “ऐसा करके क्या वे राज्य पुलिस में पाकिस्तानी सेना आर्मी खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं? यदि मुख्यमंत्री ऐसे निर्णय लेने का क्रम जारी रखते हैं, तो उन्हें कार्यालय से बाहर करने का जिम्मा जम्मू के राष्ट्रवादी लोगों पर है.
मुख्यमंत्री को विकास पर ध्यान देने की सलाह देते डॉ तोगड़िया ने कहा कि क्या आप नहीं चाहते कि राज्य के बच्चे शिक्षा ग्रहण करें, उनके पास रोजगार हो, वह डाक्टर या इंजीनियर बनें. क्या राज्य में इस्लामी आतंकवाद को बढ़ावा देकर भावी पीढ़ी का भविष्य खराब करना चाहते हैं. कार्यक्रम में प्रांत संघचालक ब्रिगेडियर सुचेत सिंह सहित अन्य मौजूद थे.