प्रदेश में कुल 28 मामले पॉजिटिव, 2 ठीक हुए, 1 की मृत्यु हुई, 4 दिल्ली में उपचाराधीन
पूर्ण प्रकाश शर्मा
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के खिलाफ जंग में सरकारी व जनसामान्य के प्रयासों को सफलता मिलती दिख रही थी, धर्मशाला में कोरोना संक्रण से एक मौत के पश्चात स्थिति नियंत्रण में थी. लग रहा था जल्द हालात सामान्य हो जाएंगे. लेकिन तबलीगी जमात में शामिल लोगों ने सच्चाई छिपाकर सारे प्रयासों पर पानी फेर दिया. कोरोना संक्रमण के कुल मामलों में से अधिकांश मामले तबीलीगी जमात से संबंधित हैं. अभी तक हिमाचल में कोरोना संक्रमण के लिए 28 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 4 उपचार के लिए दिल्ली चले गए, एक की मृत्यु हो गई है, दो ठीक हो चुके हैं. यानि वर्तमान में प्रदेश में 21 पॉजिटिव केस हैं, और सभी तबलीगी जमात से संबंधित हैं.
पिछले माह 18 मार्च को दिल्ली से लौटते समय 3 जमाती 178 लोगों से संपर्क में आए. तीनों प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर घूमते रहे, लेकिन उन्होंने प्रशासन को जानकारी नहीं दी. 04 अन्य जमाती मुख्य मार्गों पर पुलिस होने के चलते छिपते हुए चोर रास्तों से शिमला के नेरवा में जा छिपे. 03 कोरोना पॉजिटिव जमाती नालागढ़ मरकज और नंगल मस्जिदों में चले गए. नालागढ़-बददी से पकड़े गए जमातियों में से तीन पॉजिटिव निकले हैं. जिन्हें उपचार के लिए आईजीएमसी में भर्ती करवाया गया है. चंबा से संबंधित 4 कोरोना संक्रमितों को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में रखा गया है. पिछले तीन दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
प्रदेश में 5035 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया था, जिनमें से 2556 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है. वहीं, आज मुख्यमंत्री ने समस्त उपायुक्तों के साथ बैठक कर अपने-अपने जिलों में हॉट-स्पॉट चिन्हित कर उन्हें पूरी तरह से सील करने के निर्देश जारी किए हैं. इन स्थानों पर कर्फ्यू में किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति लोगों के घरों में की जाएगी.
इससे पहले पुलिस ने मरकज में शामिल हुए प्रदेश के सभी जमातियों को अगाह किया था कि 5 अप्रैल से पहले वे हिमाचल में होने की सूचना प्रशासन या पुलिस को दें, अन्यथा उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा. इस चेतावनी के बाद 64 जमाती सामने आए हैं. अब सरकार के सामने कोरोना संक्रमित जमातियों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान का बड़ा काम है.
हिमाचल प्रदेश में कोराना संक्रमण के पॉजीटिव 75 प्रतिशत मामले तबलीगी जमात से संबंधित लोगों के हैं. भारतीय संविधान की मूल भावना जीओ और जीने दो के सिद्धांत पर है और उसका सभी को सम्मान करना चाहिए.
– एस.आर. मरडी, पुलिस के महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश.