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हिमाचल विहिप ने लव जिहाद, धर्मांतरण के मामलों की जांच मांगी

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शिमला में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते विहिप कार्यकर्ता
शिमला में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते विहिप कार्यकर्ता

शिमला. हिमाचल में विश्व हिंदू परिषद ने प्रदेश सरकार के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. विहिप ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार लव जिहाद, बांग्लादेशी घुसपैठियों के मामले पर ढुलमुल रवैया अपना रही है, जो प्रदेश के लिये हितकर नहीं है. विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर स्थिति से अवगत भी करवाया था, लेकिन सरकार की ओर से कोई कार्वाई नहीं की गई, इसके विपरीत मुख्यमंत्री की ओर से अलग बयान दिया गया, जिस पर विहिप सहित विभिन्न हिंदू संगठनों, सामाजिक संस्थाओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जिला मुख्यालयों  पर विरोध प्रदर्शन भी किया था, तथा ज्ञापन प्रेषित किया था.

हिमाचल प्रदेश में लव जिहाद, धर्मांतरण और बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर विवाद थम नहीं रहा है. सरकार के रवैये को लेकर विहिप सहित अन्य संगठनों ने विरोध को तेज कर दिया है. सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से राज्यपाल उर्मिला सिंह के माध्यम से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ज्ञापन प्रेषित किया गया और जांच की मांग की गई.

विश्व हिंदू परिषद की महिला इकाई दुर्गावाहिनी की उत्तर क्षेत्र  संयोजिका रजनी ठुकराल व प्रांत संपर्क प्रमुख अजय श्याम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उक्त विषयों पर ढुलमुल रवैया अपनाना सही नहीं है. कोई उचित कार्रवाई करने के बजाय मुख्यमंत्री उल्टा यह कह रहे हैं कि प्रदेश में लव जिहाद, धर्मान्तरण या बांग्लादेशी घुसपैठ जैसी कोई बात नहीं है. हम मुख्यमंत्री से यह जानना चाहते हैं कि अगर प्रदेश में धर्मान्तरण जैसा कोई विषय नहीं है. तो प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को 2006 में धर्म स्वतन्त्रता विधेयक लाने की क्या जरूरत पड़ गई थी ? हाल ही में कुनिहार में जो घटना हुई है, वह प्रदेश में हो रहे धर्मान्तरण का

हिमाचल के देहरा में मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता
हिमाचल के देहरा में मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता

एक उदाहरण है. कुनिहार में तारा सिंह और विनोद किशोर नामक व्यक्ति तथा शिमला के बालूगंज क्षेत्र में सुशील कुमार और अन्य व्यक्ति जोर शोर से हिंदुओं के धर्मान्तरण में लगे हुए हैं. नेरचौक (मंडी) में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे एक निर्माणाधीन अस्पताल में लिखे मिलते हैं, जिसे मुख्यमंत्री शायद हल्के में ले रहे हैं. यह प्रशासन की नाकामी ही थी कि टूंडा जैसा कुख्यात आतंकवादी हिमाचल प्रदेश को कई महीनों तक अपनी शरणास्थली बनाकर रहता रहा.

धर्मांतरण को लेकर सोलन के कुनिहार में हुए बवाल पर भी विहिप ने सरकार की घेराबंदी की. मुख्यमंत्री के लव जिहाद और धर्मांतरण पर जांच के रवैये को गैर जिम्मेदारना करार देते हुये विहिप ने राज्य के खुफिया तंत्र पर सवाल उठाए हैं. सोमवार को विहिप की क्षेत्रीय संयोजिका दुर्गा वाहिनी रजनी ठुकराल ने कहा कि खुफिया तंत्र सीएम को क्या रिपोर्ट देगा ? तंत्र खुद सूचनाओं के लिये विहिप के कार्यकर्ताओं पर निर्भर है. मुख्यमंत्री तक अधूरी सूचनाएं पहुंचाई जा रही हैं. सरकार ने मामले की निष्पक्ष जांच शुरू नहीं की तो विहिप को आंदोलन को तेज करना पड़ेगा.

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