करंट टॉपिक्स

पत्रकारिता क्षेत्र के लिए भी भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून बनाने की आवश्यकता – डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी जी

नागपुर (विसंकें). राज्यसभा सांसद डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में कुछ वरिष्ठ पत्रकार भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. इसलिए पत्रकारिता क्षेत्र के...

देवर्षि नारद का अनुगमन करते हुए पत्रकारिता का एक ही लक्ष्य होना चाहिए, वह है सेवा – जे. नंदकुमार जी

शिमला (विसंकें). विश्व संवाद केंद्र शिमला ने नारद जयंती के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में समाज में सकारात्मक प्रयासों के लिए प्रोत्साहन हेतु पत्रकारों...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जनकल्याण समिति द्वारा सूखा राहत निधि संकलन व जनजागरण

पुणे (विसंकें). महाराष्ट्र राज्य में सूखा निवारण के लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जनकल्याण समिति द्वारा सूखा राहत निधि संकलन एवं व्यापक जनजागरण मुहिम अप्रैल...

व्यक्ति के बौद्धिक उन्नयन पर ही समाज का बौद्धिक विकास संभव – राकेश सिन्हा जी

वाराणसी (विसंकें). वर्तमान में पत्रकारिता की प्रयोग धर्मिता को जीवित करने की जरूरत है. देश के प्राचीन चिन्तन और आत्मा को बचाना है. देश के...

देवर्षि नारद की तरह हर पत्रकार का ध्येय लोक कल्याण हो – जे. नंदकुमार जी

पानीपत (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंद कुमार जी ने कहा कि पत्रकारिता आज बौद्धिक कैंसर से ग्रस्त हो...

ऋषि परंपरा द्वारा सृजित महान ग्रंथ हमारे प्रकाश स्तंभ – आशीष गौतम

  हरिद्वार (विसंकें). विश्व संवाद केन्द्र तत्वाधान में नारद जयन्ती आयोजन समिति द्वारा मध्य हरिद्वार स्थित एक होटल में नारद जयन्ती के अवसर पर पत्रकारों...

जीवन को केवल सफल ही नहीं, अपितु सार्थक भी बनाएं – डॉ. मनमोहन वैद्य जी

हाथरस (सासनी). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य जी ने कहा कि जीवन को फसल बनाने की तो एक बहुत...

इंदौर में नारद जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन

इंदौर (विसंकें). आबीएन-7 के सह संपादक सुमित अवस्थी जी ने कहा कि आज के इस वैश्विक युग में जिसमें सोशल मीडिया, इलैक्ट्रानिक मीडिया एवं प्रिंट...

पत्रकारिता सूचना तक सीमित न हो, प्रेरणादायी व शिक्षित करने वाली होनी चाहिए – जगदीश उपासने जी

जयुपर (विसंकें). पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के ग्रुप एडिटर जगदीश उपासने जी ने कहा कि पत्रकारिता एक जुनून है. पत्रकार का धर्म है पत्रकारिता. पत्रकार अपने...

आत्मीयता ही समरसता है – रमेश पतंगे जी

पटना (विसंकें). वरिष्ठ पत्रकार एवं केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सदस्य रमेश पतंगे जी ने कहा कि आत्मीयता ही समरसता है. भारत का अपना दर्शन...