करंट टॉपिक्स

अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने दो प्रस्ताव पारित किये

कृषि शिक्षा को मुख्यधारा में लाने की मांग केरल में कम्युनिस्ट हिंसा रोकने के लिये केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग लखनऊ (विसंकें). अखिल भारतीय...

आज सोशल मीडिया सूचना का प्रभावी माध्यम बन गया है – रोहित सरदाना

नागपुर (विसंकें). जी न्यूज़ के कार्यकारी संपादक रोहित सरदाना ने कहा कि आज सोशल मीडिया नाराजगी व्यक्त करने का शक्तिशाली माध्यम बन गया है, इससे...

समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाना ही संघ का उद्देश्य – सुनील भाई मेहता

देवगिरी (विसंकें). देवगिरी प्रांत के प्रथम वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का समापन समारोह 27 मई को लातूर में हुआ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम क्षेत्र कार्यवाह...

बिन पानी सब सून या जलसंकट का समाधान जल संरक्षण

3290 लाख हेक्टेयर कुल भू-क्षेत्र वाला भारत, विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है। प्रकृति ने हमें विविध प्रकार की जलवायु और मृदा (मिट्टी) प्रदान...

विदेशी संगठन भी विद्यार्थी परिषद के संस्कारों से ले रहे प्रेरणा – डॉ. नागेश ठाकुर जी

लखनऊ (विसंकें). अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक का उद्घाटन सोमवार को बक्सी का तलाब स्थित एसआर कॉलेज में राष्ट्रीय अध्यक्षय...

वनवासी कल्याण आश्रम वनवासी बंधुओं के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध – अजय जी

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख अजय जी ने कहा कि वनवासी बंधुओं के कल्याण के लिए सतत् प्रयास करने की जरूरत...

प्रिंट, इलैक्ट्रॉनिक मीडिया एवं डिजिटल मीडिया समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं – पद्मश्री विष्णुभाई पंड्या

गुजरात (विसंकें). गुजरात में देवर्षि नारद जयंती की स्मृति में  “पत्रकार सम्मान समारोह ” का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

समाज भगवान श्रीराम के सर्वप्रिय वनवासी समाज के कल्याण हेतु आगे आए – विहिप

नई दिल्ली. भगवान श्रीराम का सर्वप्रिय समाज, जिनके साथ चौदह वर्ष रहकर उन्होंने उनके कल्याण हेतु कार्य किया, दुर्भाग्य से वह आज अभावग्रस्त अवस्था में...

समाज में एकता, बंधुता का निर्माण समरसता के बिना संभव नहीं है – डॉ. सुनील भाई बोरिसा

गुजरात (विसंकें). भावनगर के अकवाडा गुरुकुल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रथम वर्ष संघ शिक्षा वर्ग (कच्छ विभाग, सौराष्ट्र विभाग तथा कर्णावती) का समारोप कार्यक्रम...

आज पत्रकारिता में नारदीय तत्व की आवश्यकता – हितेश शंकर जी

मेरठ (विसंकें). पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर जी ने कहा कि भारतीय पत्रकारिता में आज नारदीय तत्व की आवश्यकता है. आद्य पत्रकार देवर्षि नारद की...