करंट टॉपिक्स

सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के विजयादशमी उत्सव 2017 के अवसर पर दिया गया उद्बोधन……

इस वर्ष की विजयादशमी के पावन अवसर को संपन्न करने के लिये हम सब आज यहाँ पर एकत्रित हैं. यह वर्ष परमपूज्य पद्मभूषण कुषोक बकुला...

राष्ट्रहित के लिए स्वदेशी आधारित नीति अपनाने की आवश्यकता – डॉ. अश्विनी महाजन जी

नई दिल्ली. स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन जी ने कहा कि स्वदेशी का स्वतंत्रता आन्दोलन में अहम योगदान रहा. अंग्रेजों...

भगवान राम एक पंथ के नहीं, अपितु समस्त राष्ट्र के आदर्श पुरुष – चम्पत राय जी

तरनतारन (पंजाब). विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय जी ने कहा कि यूं तो भारत के महान पुरुषों एवं मनीषियों ने समय-समय पर...

युगानुकूल चिंतन से परंपरा का परिष्करण होना दीर्घजीवन के लिये आवश्यक – सुरेश भय्या जी जोशी

मुंबई (विसंकें). मुंबई के कांदिवली पूर्व के तेरापंथी भवन में 25 सितंबर को सायं 5 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी ने...

मानव का सम्पूर्ण प्रकृति के साथ एकात्म संबंध स्थापित करना ही एकात्म मानव दर्शन – मदन दास देवी जी

चित्रकूट. राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख ने 1968 में पं. दीनदयाल उपाध्याय के निर्वाण के उपरांत दीनदयाल स्मारक समिति बनाकर उनके अधूरे कार्यो को पूर्ण करने के...

संघ भारत के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक ज्ञान, बौद्धिक संपदा के संवर्धन का कार्य कर रहा – विजय कुमार जी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कैथल द्वारा संघ शक्ति संगम का आयोजन हरियाणा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कैथल द्वारा संघ शक्ति संगम का आयोजन हिन्दू महिला महाविद्यालय, अंबाला...

संघ की प्रेरणा से बड़कोट में धर्मार्थ चिकित्सालय का शुभारंभ

बड़कोट, देहरादून (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक आलोक कुमार जी ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में सेवा कार्य कर रहा...

शक्ति आराधना का पर्व है विजया दशमी – नरेंद्र कुमार जी

भुवनेश्वर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार जी ने कहा कि आसुरी शक्ति का विनाश करने देवी दुर्गा के अवतरण...

पहली बरसी पर ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी को याद किया

जालन्धर (विसंकें). लाडोवाली रोड पर स्थित सर्वहितकारी विद्या मंदिर में स्व. ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी की पहली बरसी पर हवन यज्ञ एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम सम्पन्न...

एकात्मता और परिवार भाव है, भारतीय संस्कृति का वैश्विक अवदान

भारत बोध व्याख्यान श्रृंखला नई दिल्ली. एकात्मता और परिवार भाव ही है भारतीय संस्कृति का वैश्विक अवदान. भारतीय शब्द हमारी संस्कृति का परिचायक है. आजादी...