भारतीय तत्वज्ञान समरसता और एकत्व का प्रथम उद्घोषक रहा है. आदि ग्रंथ ऋग्वेद की ऋचा "संगच्छध्वं संवदध्वं संवो मनांसि जानताम्. देवा भागं यथा पूर्वे संजानाना...
लखनऊ (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूज्य सरसंघचालकों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को प्रभात प्रकाशन ने 5 पुस्तकों के रूप में कलमबद्ध किया. भाजपा के...