करंट टॉपिक्स

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 17

स्वामी दयानंद, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविंद आदि संतों ने जगाई राष्ट्रीय चेतना नरेन्द्र सहगल विश्व के एकमात्र राष्ट्र भारत को यदि ‘आध्यात्मिक राष्ट्र’ की संज्ञा से सम्मानित किया जाए...

15 अगस्त, 2022 – सर्व सामर्थ्य संपन्न, समरसता युक्त, शोषणमुक्त बनकर भारत सारे विश्व को सुख शांति का मार्ग दिखलाएगा

(नागपुर स्थित महाल संघ कार्यालय में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी का उद्बोधन) सभी नागरिक सज्जन, माता भगिनी. स्वतंत्रता के...

हमें एक देश, एक संस्कृति, एक राष्ट्र के रूप में देश को आगे ले जाना है – अरुण कुमार जी

लुधियाना. 15 अगस्त को स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर स्वाधीनता का अमृत महोत्सव कार्यक्रम अमर बलिदानी सुखदेव थापर की जन्मस्थली नोघरा में आयोजित...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 16

सुभाष चंद्र बोस ने किया था ब्रिटिश साम्राज्य पर निर्याणक प्रहार नरेन्द्र सहगल “तुम मुझे खून दो - मैं तुम्हें आजादी दूंगा” के गगनभेदी उद्घोष के...

जब अटल जी ने हुंकार भरी – मेरी कविता जंग का ऐलान है, हारे हुए सिपाही का नैराश्य निनाद नहीं !

जयराम शुक्ल पुण्यस्मरण आज की उथली राजनीति और हल्के नेताओं के आचरण के बरक्स देखें तो अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व की थाह का आंकलन...

वे पन्द्रह दिन – समापन, 15 अगस्त के बाद…..

भारत तो स्वतंत्र हो गया. विभाजित होकर..! परन्तु अब आगे क्या..? दुर्भाग्य से गांधी जी ने मुस्लिम लीग के बारे में जो मासूम सपने पाल...

सोनकच्छ में अमर बलिदानी श्रीराजाभाऊ महाकाल की प्रतिमा का अनावरण

संघ के प्रचारक राजभाऊ ने गोवा मुक्ति आंदोलन में सर्वोच्च बलिदान दिया था इंदौर. गोवा को पुर्तगालियों से स्वतंत्र कराने हेतु पुर्तगाली सेना से संघर्ष...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग 15

आधुनिक युग के छत्रपति शिवाजी थे क्रांति शिरोमणि वीर सावरकर नरेन्द्र सहगल भारत की सनातन संस्कृति के वैचारिक आधार ‘शस्त्र और शास्त्र’ को साक्षात अपने...

15 अगस्त पर विशेष – आध्यात्मिक चेतना के संवाहक : महर्षि अरविंद

मृत्युंजय दीक्षित श्री अरविंद का जन्म ऐसे समय में हुआ था, जब देश में अंग्रेजों का राज स्थापित हो चुका था. देश में अंग्रेजियत व...

राष्ट्र ध्वज की निर्माण कथा – भाग तीन

राष्ट्रध्वज तिरंगे की प्रतिष्ठा के लिए स्वयंसेवकों का बलिदान लोकेन्द्र सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के मन में राष्ट्रीय प्रतीकों को लेकर किसी प्रकार...