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द्वारका, गुजरात।
प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत देवभूमि द्वारका के सात टापुओं को अवैध निर्माण से मुक्त करवा दिया है। जिले के समुद्री क्षेत्र में स्थित 21 निर्जन टापुओं में से 7 टापुओं को अवैध कब्जे से मुक्त कर दिया गया है। सरकार ने कुल 36 ढांचों को ध्वस्त किया है, जिसमें अवैध रूप से बनाए गए मजहबी ढांचे भी शामिल हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस और वन विभाग के संयुक्त प्रयासों से अभियान को पूरा किया गया। इनमें खारा चुसणा, मीठा चुसणा, आशाबा, धोरोयो, धबधबो, सामयाणी और भैदर शामिल हैं, जहां कुल 36 धार्मिक और व्यावसायिक अवैध निर्माणों को हटाया गया।
यह कार्रवाई समुद्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई, क्योंकि ये टापू सुरक्षा की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। प्रशासन की ओर से बताया गया कि टापुओं पर अवैध निर्माण किसने और कैसे किया था, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस और वन विभाग अतिक्रमण के मामलों में कठोर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। देवभूमि द्वारका जिले में पिछले कई महीनों से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चल रहा है।
कुछ दिन पहले ही बेट द्वारका के कोस्टल एरिया में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर चलाया था। यहां 50 आवासीय और व्यवसायिक निर्माण को तोड़ा गया था। अवैध निर्माण के माध्यम से यहां से अवैध गतिविधियों को भी अंजाम दिया जा रहा था। तस्करी से लेकर अन्य अपराधों के कारण प्रशासन परेशानी में था।
https://x.com/sanghaviharsh/status/1881575245544562763
देवभूमि द्वारका जिले में अवैध अतिक्रमण हटाने की जानकारी गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने सोशळ मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट कर दी, उन्होंने लिखा – ‘देवभूमि द्वारका! द्वारका जिले के 7 द्वीप अब 100% अतिक्रमण मुक्त हो चुके हैं! सात द्वीपों से कुल 36 अवैध संरचनाओं को सफलतापूर्वक हटा दिया गया है। हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए प्रशासन और टीम को बधाई!’
हर्ष सांघवी ने मंगलवार को बुलडोजर एक्शन के पहले और बाद के वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किये।
शनिवार को रुक्मिणी मंदिर के पास भी अवैध इमारतों को तोड़ा गया था। यहां 7 दिनों तक चले बुलडोजर एक्शन में 400 से अधिक अतिक्रमण को हटाया गया, जिसमें 364 आवासीय, 13 अन्य और 9 व्यावसायिक गतिविधियों वाले ढांचे थे।