रायपुर. राज्य में नक्सली आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का शिकंजा कसता जा रहा है. माओवादियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. जिसके परिणामस्वरूप कुछ दिनों के अंतराल में सुरक्षा बलों को सफलता मिल रही है और नक्सली ढेर हो रहे हैं. सुरक्षा बलों की आक्रामक कार्रवाई से घबराए माओवादी आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं, नक्सलियों की गिरफ्तारी भी हो रही है. इस वर्ष में अभी तक सुरक्षा बलों ने 128 माओवादियों को मार गिराया है. इस दौरान 503 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं और 437 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.
अब, अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने माओवादी आतंकियों को एक और बड़ा झटका दिया है. शनिवार को अबूझमाड़ क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा कर्मियों ने 8 माओवादियों को ढेर किया है. सुरक्षा बल के जवान कुतुल, फरसबेड़ा एवं कोड़तामेटा के क्षेत्र में नक्सल उन्मूलन अभियान चला रहे हैं, जहां दो दिनों से माओवादियों को घेर रखा था.
ऑपरेशन के लिए नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर और दंतेवाड़ा की डीआरजी टीम एवं एसटीएफ और आईटीबीपी के जवानों को शामिल किया गया था. जानकारी के अनुसार, दो दिनों तक रुक-रुककर गोलीबारी जारी रही.
शनिवार की मुठभेड़ से पहले 7 जून को नारायणपुर-दंतेवाड़ा की सीमा पर नक्सलियों एवं सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 6 माओवादी ढेर हुए थे. 7 जून की देर रात माओवादियों के स्नाइपर टीम के कमाण्डर को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों पर 46 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से जवानों ने भारी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक बरामद किए थे. पुलिस ने बताया था कि पूर्वी बस्तर डिवीजन में माओवादियों के कंपनी नम्बर 6 सहित बयानार एवं अमदई एरिया कमेटी के ऊपर अब तक का सबसे कड़ा प्रहार था.