गुडगाँव. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कला के माध्यम से संस्कार जागरण को समर्पित संस्कार भारती द्वारा नटराज पूजन का आयोजन किया गया.
मुख्या वक्ता के नाते आमंत्रित संस्कार भारती के प्रान्तीय महामन्त्री श्री अजय सिंहल ने बताया की भारतीय संस्कृति में कला व गुरु का विशेष स्थान हैं. उन्होंने बताया की 64 कलाओं के अवतार भगवान शिव के नटराज स्वरुप को संस्कार भारती ने अपना गुरू माना है. कला समाज के अंधकार को दूर कर प्रकाश की ओर ले जाती है.
19 जुलाई को बाल भवन सेक्टर-4 गुडगाँव में आयोजित इस कार्यक्रम में घुंघरु डांस इंस्टीयूट के बच्चों ने शास्त्रीय नृत्य के माध्यम से शिव वन्दना, गुरू वन्दना व तांडव नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दी.
मुख्य अतिथि भा०ज०पा नेता श्री जी०एल०शर्मा, अध्यक्ष प्रो० शिमला प्रताप, विशिष्ठ अतिथि, डा० अशोक दिवाकर, संरक्षक श्री घमण्डी लाल अग्रवाल व मेजर दीन दयाल ने सभा को अपना मार्गदर्शन दिया.
संस्कार भारती की प० लखमीचन्द इकाई की अध्यक्षा विजया फ्लोरा ने प्रख्यात संगीतकार डा. सतीश कौशिक व मन्त्री लाडो कटारिया ने संगीत गुरू श्री माणिक लाल वर्मा का चरण वन्दन व शाल ओढ़ाकर संस्कार भारती की ओर से सम्मान किया.
कार्यक्रम का संचालन कोमल कटारिया व रामबहादुर सिंह ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कवयित्री वीणा अग्रवाल, साहित्यकार धनीलाल अग्रवाल, चित्रकार सुधीर त्रिपुरारी, डा. बलवन्त राय सतीजा, ओमप्रकाश आर्य, हरीश कुमार, महेन्द्र कक्कड़, सरोज गुप्ता उपस्थित रहे. धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमति कांता अदलखा ने किया.