मेरठ, 4 अगस्त 2014. खरखौदा क्षेत्र के गांव में युवती का अपहरण कर मदरसे में बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसका जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया. करीब दस दिनों बाद रविवार को मुजफ्फरनगर के एक मदरसे से छूटकर युवती ने गांव पहुंचकर यह सनसनीखेज खुलासा किया.
युवती के पिता की ओर से दर्ज एफ.आई.आर. में बताया गया कि 23 जुलाई को मदरसे से हाफिज सनाउल्लाह और ग्राम प्रधान नवाब ने साथियों के साथ युवती का अपहरण कर लिया. हापुड़ स्थित मदरसे में बंधक बनाकर उसने गैंगरेप किया और जबरदस्ती उसका धर्म परिवर्तन करा दिया. इसके बाद उसकी बेटी को पीटा गया और बताने पर जान से मारने की धमकी दी. वहीं, युवती ने पुलिस को बताया कि उसे हापुड़ के अलावा गढ़मुक्तेश्वर के गांव दौताई और फिर मुजफ्फरनगर तथा देवबंद स्थित मदरसे में बंधक बनाकर रखा गया. वहां उसे बेहोश रखने के लिये नशे का इंजेक्शन लगाया जाता था. उधर, युवती के अनुसार इस मदरसे में उसकी तरह लगभग 45-50 युवतियां और भी थीं. उनकी भी ऐसी हालत कर यहां बंधक बनाकर रखा गया है. सभी को एक-एक कर सउदी अरब में बेचने की तैयारी है.
युवती के पेट पर ऑपरेशन के निशान से चर्चा थी कि युवती की किडनी निकाली गई है, लेकिन मेडिकल में युवती की दोनों किडनी मौजूद मिली, लेकिन गर्भाशय की फेलोपियन ट्यूब गायब मिली। माना गया कि मुजफ्फरनगर के अस्पताल में युवती के गर्भाशय से फेलोपियन ट्यूब निकाली गई, जिससे पीड़िता का भविष्य में मां बनना भी बड़ा मुश्किल है। अफसर इस सच्चाई को दबाने में जुटे हुए हैं। इस संबंध में जल्द ही दूसरी जांच कराई जाएगी। इससे पूर्व रविवार को पीड़िता को लेकर थाना खरखौदा पहुंचे परिजनों और भाजपा नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया. आला अधिकारियों के पहुंचने के लगभग चार घंटे बाद मदरसे के हाफिज और ग्राम प्रधान समेत नौ लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया तथा लापरवाही पर एस.ओ. को लाइन हाजिर कर दिया गया. पुलिस ने ग्राम प्रधान और एक युवती को इस मामले में गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपी को पीटने के लिये उतारू भीड़ की पुलिस से हाथापाई भी हुई. डीआईजी के. सत्यनारायण ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर युवती के साथ रेप होने की पुष्टि की है.
20 वर्षीय यह युवती स्नातक की पढ़ाई कर गांव के ही जमातिया मदरसे में हिंदी और अंग्रेजी पढ़ाती थी. छह महीने पूर्व उसने नौकरी छोड़ दी थी.