देहरादून(विसंके). चंद्रग्रहण का सूतक शुरू होने पर ही राजधानी के कई मंदिरों के कपाट पहली आरती के बाद बंद कर दिए गये. शाम को ग्रहण खत्म होने के बाद कपाट खुले तो बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. इस दौरान विभिन्न मंदिरों में यज्ञ, घरों में जप अनुष्ठान किया गया.
विगत बुधवार सुबह 06.18 बजे सूतक प्रारंभ होते ही लोगों ने विधिसम्मत निषेध अपना लिये. मंदिरों के कपाट बंद रहे, घरों में भी पूजा नहीं की गई. ग्रहण के दौरान मूर्तियों को स्पर्श नहीं किया. घरों में महिलाओं ने सब्जी एक दिन पूर्व ही काट ली थी. चाकू, कैंची के इस्तेमाल से भी परहेज किया गया. मंदिरों में ग्रहण के समय विशेष रूप से यज्ञ-अनुष्ठान आदि का आयोजन किया गया. श्री पृथ्वीनाथ मंदिर के कपाट बंद करने के बाद से शाम तक जप चलता रहा. माता वैष्णो देवी मंदिर, दुर्गा माता मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर, श्री श्याम सुंदर मंदिर के कपाट भी बंद रहे. यहां भी जप आदि अनुष्ठान चलते रहे. ग्रहण खत्म होने के बाद शाम को आरती की गई.