पुणे. भारत में आर्थिक विषयों पर काम करने वाले स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ शनिवार को कर्वे स्त्री शिक्षण संस्थान पुणे में हुआ.
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक अजय पतकी ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय परिषद में मंच के अखिल भारतीय अधिकारी, सभी प्रदेशों और क्षेत्रों के पदाधिकारी एवं देश के जाने-माने बुद्धिजीवी भाग ले रहे हैं. बैठक दो दिन चलने वाली है. बैठक में देश के आर्थिक तंत्र पर चर्चा करने हेतु 200 से अधिक बुद्धिजीवी एकत्र आए हैं.
स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संयोजक आर सुंदरम, अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल, अखिल भारतीय सह संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन, डॉ. धनपत अग्रवाल, अरुण ओझा ने भारत माता, बाबू गेनू, महात्मा गांधी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, दत्तोपंत ठेंगड़ी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर किया.
परिषद के उद्घाटन सत्र में अजय पातकी ने पूरे भारत से आए स्वदेशी जागरण मंच के पदाधिकारियों के समक्ष भारत रत्न धोंडो केशव कर्वे के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी दी. कर्वे के महिला शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह आदि पर किए कार्यों पर प्रकाश डाला.
मंच के राष्ट्रीय संयोजक आर. सुंदरम ने उद्घाटन सत्र में कहा कि पर्यावरण विश्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने ई-कॉमर्स से भारत के खुदरा व्यापार पर पढ़ रहे प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खुदरा व्यापार में ई-कॉमर्स पर नियम बनाकर भारत के छोटे खुदरा व्यापारियों को सहयोग सहायता देने की आवश्यकता है.
कश्मीरी लाल ने स्वदेशी जागरण मंच द्वारा वर्ष भर में स्वावलंबी भारत अभियान एवं अन्य विषयों पर किये गये कार्यों की चर्चा की.
उद्घाटन सत्र में पदाधिकारियों सहित पुणे शहर के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया. अतिथियों ने स्मारिका का विमोचन भी किया. स्मारिका का परिचय संपादिका प्रो. शैलजा सांगले ने दिया.
बैठक के प्रथम दिवस पर मंच के अखिल भारतीय संयोजक डॉ. धनपत अग्रवाल ने भारत 2047 की संकल्पना पर प्रस्ताव रखा, जिस पर आज चिंतन किया गया.
मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ. अश्विनी महाजन ने रुपये को डॉलर के मुकाबले और मजबूत करने के लिए स्वदेशी जागरण मंच का वक्तव्य जारी किया.
सह संगठक सतीश कुमार ने स्वावलंबी भारत अभियान को लेकर देशभर में किए जा रहे कार्यों की चर्चा की. देश में अब तक खुल चुके 400 से अधिक जिला रोजगार सृजन केंद्रों के सुदृढ़ीकरण एवं सफल संचालन के माध्यम से युवाओं में उद्यमिता के जागरण एवं दिशा बोध हेतु कार्य करने की कार्य योजना पर चर्चा की गई.
स्वदेशी जागरण मंच के अतिरिक्त आर्थिक समूह के अन्य संगठनों लघु उद्योग भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, सहकार भारती, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत तथा जन संगठनों अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व हिन्दू परिषद, भारतीय जनता पार्टी, हिन्दू जागरण मंच सहित 20 से अधिक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी ऑनलाइन चर्चा में भाग लेकर मंथन करेंगे.