नई दिल्ली. कोरोना महामारी के विरुद्ध जंग में दायित्ववान छात्र संगठन की भूमिका का निर्वहन करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने संकट में सहायता को लेकर राष्ट्रव्यापी सहायता अभियान प्रारंभ किया है. और युवाओं को इस कठिन परिस्थिति में आगे आकर सेवा करने के लिये प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है. विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर सेनेटाइजेशन, ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने, चिकित्सालयों में बेड उपलब्ध कराने में सहायता करने, राशन, फूड तथा मास्क वितरण, प्लाज्मा दान करने हेतु जागरूक करने, आइसोलेशन सेंटर में सेवाकार्य आदि प्रयासों विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता मुश्किलों को कम करने हेतु दिन-रात कार्यरत हैं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, देश के अलग-अलग प्रांतों में जिलावार हेल्पलाइन नंबर जारी कर जरूरतमंदों के लिए अलग-अलग प्रकार से सहायता कर रही है. साथ ही युवाओं के माध्यम से वैक्सीनेशन तथा प्लाज़्मा आदि को लेकर लोगों के बीच जागरूकता को लेकर भी प्रयासरत है ताकि कोरोना के विरूद्ध चल रहे राष्ट्रव्यापी प्रयासों में और तेजी लाकर संक्रमण से हो रही हानि को कम किया जा सके.
अभी तक देश भर में अभाविप के कुल 6827 कार्यकर्ताओं ने अब तक 35724 लोगों को सहायता पहुंचायी है. अभाविप के आग्रह पर अभी तक 3390 यूनिट रक्त, 850 यूनिट प्लाज्मा दान किया गया है. 4272 भोजन पैकेट, 3689 ऑक्सीजन सिलेंडर जरूरतमंदों को पहुँचाए गए.
अखिल भारतीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, “हम अपने सहायता प्रयासों के माध्यम से देश के लिए इस मुश्किल घड़ी को शीघ्रता से समाप्त कर चीजों को पटरी पर लाने हेतु चल रहे अभियान में कंधा मिलाकर साथ खड़े हैं. समाज में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता तथा विभिन्न तकनीकी माध्यमों के सही उपयोग से स्थिति से निपटने के प्रयास लगातार कार्यकर्ताओं द्वारा हो रहे हैं. हम आशा करते हैं कि हम युवाओं के विभिन्न सेवाकार्यों तथा अन्य प्रयासों द्वारा शीघ्र ही स्थिति सामान्य होगी. देश के युवाओं से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आग्रह करती है कि वे वैक्सीनेशन कार्यक्रम तथा प्लाज़्मा डोनेशन के निमित्त जागरूकता अभियान के वाहक बनें और सेवा कार्यों में भागीदारी करे.”