प्रयागराज. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रमेश जी ने कहा कि सच्ची स्वतंत्रता के लिए युवा पीढ़ी बलिदान के लिए तैयार रहे. 15 अगस्त, 1947 को तो केवल स्वाधीनता मिली, स्वतंत्रता के लिए संघर्ष जारी है. वह ऐतिहासिक चन्द्रशेखर आजाद पार्क में आयोजित दीपदान उत्सव में एकत्रित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव की इस बेला में हम ऐसे बलिदानी का स्मरण करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जिसने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया. यह दीपदान उसी बलिदानी को समर्पित है. हम देशभक्ति की ज्वाला धधकाने के लिए ही निकले हैं. प्रखर राष्ट्रभक्ति की भावना से ही देश की सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है.
उन्होंने भरोसा दिलाया कि देश पर प्राण न्योछावर करने वाली हुतात्माओं का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. जनरल बिपिन रावत सहित सभी बलिदानियों का श्रद्धा पूर्ण स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि बलिदानियों का मजाक उड़ाने वाले देश के दुश्मन हैं. इन्हें मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए.
अमृत महोत्सव के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि स्वाधीनता से स्वतंत्रता को पाने के महाअभियान का नाम है अमृत महोत्सव.
उन्होंने कहा कि 1498 से 1947 तक चले भीषण संघर्ष की बलिदान गाथा इतिहास के पन्नों में सही नहीं लिखी गई. केवल एक परिवार और एक विचारधारा को महिमामंडित कर बलिदानियों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया. यह बलिदानियों के साथ सरासर अन्याय है. इस सच्चाई का बोध कराने के लिए तथा लोगों के दिलों में बलिदान की याद अंकित कराने के लिए अमृत महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. यह अभियान 15 नवंबर से शुरू हुआ है, 19 दिसंबर तक अनवरत जारी रहेगा. उन्होंने जोर दिया कि प्रयागराज का जनमानस देशभक्ति से ओतप्रोत है. पूरे प्रांत में ऐसा ही देशभक्ति का वायुमंडल खड़ा करने के लिए यह अमृत महोत्सव आयोजित किया जा रहा है.
इतिहास की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि पूरा देश कभी भी गुलाम नहीं हुआ. देशवासियों को पढ़ाया जाता है कि एक लंबे समय तक देश मुगलों और अंग्रेजों के अधीन रहा. जबकि सच्चाई इसके ठीक विपरीत है. आजादी के लिए लगातार संघर्ष चलते रहे और पूरे देश पर विदेशियों का आधिपत्य कभी भी स्थापित नहीं हो पाया. इतिहास के पन्नों में इस सच्चाई को स्थान नहीं मिल पाया है. इस सत्य का साक्षात्कार कराने के लिए जन जागरण का अभियान जारी है.
उन्होंने आह्वान किया कि बलिदानी चंद्रशेखर आजाद से प्रेरणा लेकर सभी लोग अपने मन में देशभक्ति का भाव जगाएं और राष्ट्रीय कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह सचेत रहें. इसके पूर्व प्रो. राज बिहारी लाल जी कहा कि देश को स्वतंत्रता समझौता वादियों ने नहीं, बल्कि क्रांतिकारियों ने दिलाया है. इसके लिए हजारों लोगों को बलिदान देना पड़ा है. देश बलिदानियों के प्रति कृतज्ञ है.
मंच पर वरिष्ठ शासकीय अधिवक्ता शिव कुमार पाल प्रमुख रूप से उपस्थित थे. संचालन अरुण वर्मा ने किया. उद्बोधन के पश्चात प्रांत प्रचारक रमेश, शिव कुमार पाल, प्रो राज बिहारी के नेतृत्व में सभी लोगों ने मिलकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भारत माता की समवेत स्वरों में स्तुति के साथ आरती की. इसका संयोजन गंगा समग्र ने किया था.