अमरोहा. पुलिस ने 61 गोवंश की मौत के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने गोवंश को जहरीला चारा देने का अपराध स्वीकार कर लिया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि, “उसने गोवंश के लिए जहरीला चारा सस्ते दामों में बेचा था. जिसमें यूरिया की मात्रा अधिक थी. यूरिया डालने के बाद चारा गायों को 4 दिन बाद देना चाहिए, लेकिन मैंने उसी दिन चारा गोशाला में बेच दिया था. जिससे गोवंश की मौत हो गई.”
घटना अमरोहा के हसनपुर इलाके के गांव सांथलपुर की है. घटना के बाद, 04 अगस्त से आरोपी ताहिर फरार चल रहा था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 5 टीमें लगाई थीं. सर्विलांस और SOG की टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी ताहिर को गिरफ्तार किया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, “आरोपी ताहिर और ग्राम प्रधान राम अवतार के बीच चारे का ठेका हुआ था. गोवंशों की मौत के बाद ताहिर ने एक ट्रॉली चारा और बेचा था. जिसे जब्त कर लिया गया था.”
फरार चल रहे ताहिर पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस ने मुख्य आरोपी ताहिर सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले पुलिस ग्राम विकास अधिकारी और प्रधान समेत 12 आरोपियों को जेल भेज चुकी है.
सभी के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने बताया, “सांथलपुर गांव में 4 अगस्त को गोशाला में हरा चारा खाने से 61 गोवंश की मौत हो गई थी. जबकि 127 गोवंश की तबीयत बिगड़ गई थी. अभी सभी बीमार गोवंश का इलाज लखनऊ और आगरा के पशु चिकित्सक कर रहे हैं. एक गोवंश की हालत गंभीर है.”
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने 61 गोवंश की मौत के बारे में जानकारी ली थी. उन्होंने कहा था, “जहरीला चारा खाने से पशुओं की मौत हुई है, जो अत्यंत दुखद घटना है.”
घटना की जांच के लिए पशु पालन विभाग के डॉ. रजनीश दुबे की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की गई थी. जिसमें डायरेक्टर और कमिश्नर शामिल थे.