नई दिल्ली. सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में हजारों लोग उपस्थित रहे. 03, कामराज मार्ग से निकली अंतिम यात्रा मार्ग पर खड़े होकर अपने सेनानायक को विदाई दी. विभिन्न स्थानों पर लोगों नम आंखों के साथ पुष्पवर्षा करते दिखे. अंतिम यात्रा में आम लोगों के साथ ही पड़ोसी देश श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश और नेपाल के टॉप कमांडर भी शामिल हुए. बुधवार को तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत एवं 11 अन्य सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी. सीडीएस रावत और उनकी पत्नी का शव उनके घर पर अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया था.
पाकिस्तान के उच्चायोग में तैनात सुरक्षा सलाहकार भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पर पहुंचे थे. सीडीएस जनरल रावत की अंतिम यात्रा में शामिल होने जनरल शेवेंद्र सिल्वा भी पहुंचे, जो श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं और आर्मी कमांडर हैं. इसके अलावा रॉयल भूटान आर्मी के डिप्टी चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर ब्रिगेडियर दोरजी रिंचेन भी शामिल हुए. नेपाली सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल बालकृष्ण कार्की भी शामिल हुए. बांग्लादेश के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल वाकिर-उज-जमान भी अंतिम यात्रा में थे.
जनरल रावत की अंतिम यात्रा में श्रीलंका के पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ एडमिरल रविंद्र चंद्रश्री विजेगुणारत्ने भी पहुंचे. वह जनरल रावत के कोर्स मेट थे और उनके करीबी दोस्तों में से एक थे. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, केंद्रीय मंत्रियों सहित बड़ी हस्तियों ने सीडीएस के आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांसुमन अर्पित किए थे.