अखिल भारतीय हिन्दू गोर बंजारा एवं लबाना – नायकड़ा समाज कुंभ 2023
जामनेर. गोद्री में 25 से 30 जनवरी तक हिन्दू गोर बंजारा और लबाना नायकड़ा समाज कुंभ 2023 हो रहा है. 24 जनवरी को कुंभस्थल से धर्मस्थल तक संतों की शोभायात्रा निकाली गई. शोभा यात्रा में हजारों नागरिकों ने भाग लिया. गोद्री से करीब 6 से 7 किमी दूर गांव में बंजारा समाज के संत पहुंच गए थे. वे 24 की सुबह शोभायात्रा से कुंभस्थल पहुंचे. यहां 11 रथों में प्रमुख संतों की शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा में सबसे आगे सजे-धजे वाहन में प.पू. संत श्री धोंडीराम बाबा, प.पू. आचार्य श्री. चंद्रबाबा महाराज की मूर्तियां विराजमान थीं. गाड़ी के पीछे संतों के रथ व वाहन थे.
शोभायात्रा पर कुंभ स्थल के पास व शोभायात्रा मार्ग पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई. कुंभस्थल पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी. महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में लेंगी नृत्य किया. इसमें छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाएं तक शामिल थीं. साथ ही महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर पारंपरिक लोक गीत गाए.
नागरिकों सहित युवाओं ने “हां मैं हिन्दू हूं” और गोर माटी भाषा में “हां म हिन्दू छ” जैसे नारों वाली टोपियां पहन रखी थीं.
शोभायात्रा के दौरान पुरुषों और महिलाओं ने नृत्य किया. संतों के दर्शन किए. गोद्री गांव में रास्तों के दोनो ओर रंगोली बनाई गई थी. शोभा यात्रा के प्रारंभ में कुछ महिलाओं ने सिर पर कलश और तिज धारण कर भाग लिया. शोभायात्रा में 5 डिब्बों वाली एक ट्रेन शामिल हुई. युवाओं ने बंजारा समाज का श्वेत रंग का झंडा और भगवा झंडा लेकर ‘जय सेवालाल’ और ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए.
गोद्री के आसपास के पिंपलगांव, शेवगा, रावला, जामठी, पाथर टांडा, गोदरी, गोदरी सुकनाइक टांडा, फतेहपुर के एक-एक गांव में 23 को संतों का आगमन हुआ था.
25 जनवरी के कार्यक्रम
25 जनवरी को सुबह 9 बजे से 10.30 बजे तक पल्ला, मूर्ती स्थापना 10.30 बजे से 11.30 बजे तक, सांस्कृतिक कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक, संत प्रवचन शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक, संत सेवालाल महाराज अमृतलीला, शाम 7 से 10 बजे तक देवी भागवत, कृष्ण लीला, रामनाव संत रामराव बापू अमृतवाणी आदि कार्यक्रम होंगे.