गुवाहाटी. असम पुलिस के आतंक विरोधी दस्ते ने जिहादी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. असम पुलिस ने आतंकी संगठन अल कायदा और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम से जुड़े 11 संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद पुलिस ने इनमें 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं.
असम पुलिस स्पेशल ब्रांच के एडीजीपी हीरेन नाथ ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से कई जिहादी दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
इससे पहले बुधवार को असम पुलिस ने बारपेटा जिले में एक मदरसा शिक्षक को आतंकी संबंधों के शक में गिरफ्तार किया था. मदरसा शिक्षक के साथ-साथ पुलिस ने पांच अन्य लोगों को पूछताछ के लिए उठाया था. जिसके बाद पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल की जानकारी मीडिया को दी. साथ ही गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया.
आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता का इनपुट मिलने के बाद असम पुलिस ने मोरीगांव, बारपेटा, गुवाहाटी और गोलपारा जिलों में छापेमारी की थी. पुलिस ने मोरीगांव के सहरियागांव में जमीउल हुडा मदरसा की बिल्डिंग को सील किया है. यह पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों का ठिकाना था. जांच एजेंसी लंबे समय से इस मॉड्यूल के खुलासे के पीछे लगी थी.
एक संदिग्ध को कोलकाता से, जबकि दूसरे को असम के बारपेटा से गिरफ्तार किया गया है. वे राष्ट्र-विरोधी और टेरर फंडिंग गतिविधियों में शामिल थे. इन आतंकियों के बैंक अकाउंट की भी जांच की जा रही है. असम के एडीजीपी ने कहा कि असम पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियां लंबे समय से इस ऑपरेशन में लगी हुई थीं. एक दिन पहले ही असम पुलिस ने एक स्लीपर सेल का भंडाफोड़ किया था. वह बांग्लादेशी आतंकी को अपने घर में पनाह दे रहा था.
असम के मोरीगांव जिले की एसपी अपर्णा एन ने बताया कि पकड़े गए आतंकी अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और अल-कायदा के साथ संबंध रखने वाले इस्लामिक कट्टरवाद से जुड़े हैं. मोरीगांव के सहरियागांव में जमीउल हुडा मदरसा की बिल्डिंग को बंद कर दिया गया है.
मुस्तफा नामक एक व्यक्ति का जिक्र किया. बताया कि मुस्तफा मोरियाबारी में मदरसा चलाता है. वो भारत में अल-कायदा से संबंधित ABT के फाइनेंसिंग से जुड़ा हुआ है. बताया गया कि सभी के खिलाफ UAPA की अनेक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.