लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार ने देवबंद में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) कमांडो सेंटर बनाने का निर्णय लिया है. उत्तर सरकार में सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने एक ट्वीट निर्णय के बारे में बताया. बताया गया कि एटीएस सेंटर में प्रदेश से चयनित डेढ़ दर्जन एटीएस अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी.
शलभमणि त्रिपाठी ने अपने ट्वीट में लिखा -‘तालिबान की बर्बरता के बीच यूपी की खबर भी सुनिए, योगी जी ने तत्काल प्रभाव से ‘देवबंद’ में एटीएस कमांडो सेंटर खोलने का निर्णय लिया है. युद्धस्तर पर काम भी शुरू हो गया है, प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की यहां तैनाती होगी.
कहा जा रहा है कि देवबंद में एटीएस सेंटर के लिए 2 हजार वर्ग मीटर जमीन भी आवंटित की जा चुकी है. हालांकि, देवबंद से पहले ही लखनऊ और नोएडा में भी कमांडो सेंटर खोलने की तैयारियां चल रही हैं. नोएडा में यह इंटरनेशल एयरपोर्ट और लखनऊ में यह अमौसी एयरपोर्ट के पास स्थित होगा.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित देवबंद इस्लामी शिक्षा का एक बड़ा केंद्र माना जाता है. लेकिन पिछले कुछ सालों में सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे आतंकवादी पकड़े हैं, जिनका संबंध देवबंद से रहा है. साल 2019 में एटीएस ने जैश ए मोहम्मद के दो आतंकवादी देवबंद से गिरप्थार किए थे. यहां से बांग्लादेशी और आईएसआई एजेंट भी पकड़े जा चुके हैं.
देवबंद के दारूल उलूम में मज़हबी शिक्षा लेने के लिए छात्र अन्य इस्लामिक देशों से भी आते हैं. इसी वजह से देवबंद में अन्य मदरसे भी खुल गए. इन मदरसों में इस्लामिक शिक्षा की तालीम दी जाने लगी. धीरे – धीरे इन मदरसों में मज़हबी शिक्षा लेकर निकलने वाले छात्र आतंक की राह पकड़ने लगे. मौजूदा समय में हालत यह है कि जैश – ए – मोहम्मद जैसे खतरनाक आतंकी संगठन के लिए देवबंद ‘साफ्ट टारगेट’ है. यहां के मदरसों में पढ़ रहे युवकों को आतंकी बनाना, उनके लिए ज्यादा आसान कार्य है.