ट्रेन की चपेट में आने से हाथ कटा, बचने के लिये मामले को दे दिया मजहबी रंग
हरियाणा (विसंकें). पानीपत जिले के किशनपुरा गांव में 23 अगस्त की रात को एक मुस्लिम व्यक्ति ने एक 7 वर्षीय बच्चे को घर से आगवा कर उसके साथ कुकर्म का प्रयास किया. इस दौरान कुछ लोगों ने उक्त व्यक्ति को बच्चे के साथ कुकर्म का प्रयास करते देखा तो लोगों ने उसकी पिटाई कर दी. पिटाई से बचने के लिए जब आरोपी वहां से भाग रहा था तो इस दौरान ट्रेन की चपेट में आने से उसका हाथ कट गया. बाद में मामले को तूल देने के लिए आरोपी व्यक्ति के परिवार ने घटना को मजहबी रंग दे दिया ताकि आरोपी की गलती को छिपाया जा सके और बच्चे के परिवार पर दबाव बना कर मामले से बचा जा सके. लेकिन मामले में चश्मदीद गवाहों के सामने आने के बाद सच्चाई सबके सामने उजागर हो गई. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रेलवे ट्रैक से कटा हुआ हाथ भी बरामद कर लिया है. एसआईटी पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने रेलवे ट्रैक पर जिस स्थान से कटा हुआ हाथ बरामद किया, वहां पर मास के टुकड़े व हड्डी का चूरा भी बरामद किया है.
यह था पूरा मामला
उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिला निवासी इखलाक का हाथ कटने की घटना में अब दूसरा पक्ष सामने आया है. डीएसपी सतीश वत्स का कहना है कि इखलाक का हाथ काटा नहीं गया, बल्कि ट्रेन से कटा था. वह सात वर्ष के बच्चे के साथ कुकर्म कर रहा था. परिजनों ने उसे देख लिया और उसकी पिटाई कर दी. इसी दौरान वो वहां से फरार हो गया. रात को ट्रेन से उसका हाथ कट गया. डीएसपी सतीश वत्स ने दूसरे पक्ष के बयान को पुलिस का आधिकारिक बयान बनाते हुए कहा कि दूसरे पक्ष से बात की गई है. यहां रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि 23 अगस्त की रात को उसका सात वर्षीय बेटा चारपाई से गायब हो गया. उसने पत्नी को जगाया. पड़ोसियों की मदद से बेटे की तलाश शुरू कर दी. घर का पिछला गेट खुला मिला तो बच्चे को तलाशते हुए किशनपुरा पार्क में पहुंचे. वहां पर इखलाक बच्चे के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश कर रहा था. इखलाक ने उसकी तरफ ईंट फेंकी. फिर उसके साथ हाथापाई की. भाई मौके पर आया तो इखलाक पार्क की ग्रिल कूदकर नग्नावस्था में ही फरार हो गया. बच्चे के होंठ सूजे हुए थे, खून निकल रहा था. परिवार के सदस्य बच्चे को लेकर घर लौट गए. पुलिस कार्रवाई के झंझट से बचने के लिए उन्होंने मामले की शिकायत नहीं की.
इधर, आरोपित गोहाना रोड पर रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश करने लगा तो ट्रेन की चपेट में आ गया. डीएसपी सतीश वत्स के अनुसार, इखलाक ने स्टेशन अधीक्षक धीरज कपूर और आरपीएफ के जवान को ट्रेन की चपेट में आने से हाथ कटने की बात कही थी. जीआरपी ने उसे सामान्य अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया. डीएसपी सतीश कुमार वत्स ने बताया कि जहां से हाथ बरामद किया है, वहां पटरी के पास खून के धब्बे मिले हैं. मांस का टुकड़ा भी मिला है. ऐसा लगता है कि हाथ पटरी से कटा है. हाथ की हड्डी कटने के बजाय चकनाचूर हुई है. घटना स्थल के आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि इखलाक ट्रेन की पटरी के पास नग्न अवस्था में पड़ा था. इखलाक की मेडिकल रिपोर्ट पीजीआई से ली जाएगी. सामान्य अस्पताल के डाक्टर से राय ली जाएगी कि हाथ किसी ने काटा है या फिर ट्रेन की चपेट में आने से कटा है.
इस तरह दिया मजहबी रंग
इखलाक के भाई इकराम ने जीआरपी पानीपत को बताया कि इखलाक ननौता में सैलून पर काम करता था. लॉकडाउन में काम छूट गया था. काम की तलाश में पानीपत आया था. इसलिए किशनपुरा स्थित पार्क में लेट गया. देर रात प्यास लगी तो उसने एक घर से पीने के लिए पानी मांगा. 23 अगस्त की रात को भाई किशनपुरा पार्क के पास एक मकान से पीने का पानी मांगने गया तो वहां कुछ लोगों ने उसे घर में खींच लिया. सिर पर ईंट मारी. मारपीट कर आरा मशीन से हाथ काट दिया और फिर मृत समझकर रेलवे लाइन के पास डाल दिया. होश आने पर राहगीर की मदद से परिजनों को कॉल किया.