मुंबई के धारावी में पुलिस की नजरों के सामने नियाज शेख उर्फ अल्लू और आरिफ नामक मुस्लिम युवकों ने बजरंग दल के २६ वर्षीय कार्यकर्ता अरविंद वैश्य की छाती में धारदार हथियार से वार कर, बायां हाथ काटकर और सिर पर लगातार धारदार हथियार से वार कर निर्मम हत्या कर दी थी. इस जघन्य हत्याकांड में नियाज शेख उर्फ अल्लू और आरिफ के अलावा शेर अली, सद्दाम, जुम्मन, यासीन और एक अनाम युवक भी शामिल थे, लेकिन पुलिस ने केवल नियाज शेख उर्फ अल्लू और आरिफ के खिलाफ ही भारतीय दंड संहिता २०२३ अधिनियम की धारा १०३(२), ३५१(२), ३(५) के तहत एफआईआर दर्ज की है.
मंगलवार दिनांक ३० जुलाई २०२४ को स्व. अरविंद वैश्य की अंत्ययात्रा धारावी हिन्दू श्मशान भूमि की ओर जा रही थी, तब लगभग १० हजार शोकाकुल हिन्दुओं पर ऊंची इमारतों से पत्थरबाजी की गई, जिससे कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं. स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने पत्थरबाजी करने वाले समाजकंटकों को छोड़कर अंत्ययात्रा में शामिल शोकाकुल हिन्दुओं पर ही बर्बर लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद धारावी क्षेत्र में पत्थरबाजी और दुकानों में तोड़फोड़ हुई. पुलिस बंदोबस्त में स्व. अरविंद वैश्य का अंतिम संस्कार किया गया.
वर्तमान में धारावी में भयावह तनाव है. क्षेत्र में अवैध निर्माण और धंधों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है.