रायपुर, छत्तीसगढ़. गौ तस्करी के एक मामले में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस कार्रवाई के विरोध में जेल भरो आंदोलन के तहत बजरंग दल के ढाई हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी.
विगत 7 जून को आरंग नदी के पुल के पास गौ तस्कर बड़ी निर्दयता से कृषि पशु, गौ वंशों को भरकर एक गाड़ी से ले जा रहे थे. गौ भक्तों को जैसे ही इसकी सूचना मिली तुरंत 112 पर पुलिस को जानकारी दी गई और पुलिस के साथ मिलकर गाड़ी को रोकने का प्रयास किया गया. उनके वाहन में 4 से अधिक कृषि पशु व गौ वंश मर गए थे.
गौ भक्तों व पुलिस ने गाड़ी को रोकने के लिए पीछा किया, ट्रक का टायर बस्ट हुआ और गौ तस्कर पुलिस से डरकर नदी में कूद गए. नदी में उस समय अधिक पानी नहीं था, इसलिए तीनों गौ तस्कर सूखी नदी में कूदने के कारण चोटिल हो गए. तीनों गौ तस्करों को पुलिस की सहायता से नदी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया.
बजरंग दल के अनुसार, तस्करों से साँठ-गाँठ व नाकामयाबी छिपाने के लिए निर्दोष गौ भक्तों पर FIR करके फँसाया जा रहा है, ताकि बेरोक-टोक गौ तस्करी का व्यापार चल सके. जबकि, आरंग मामले में गौ तस्करों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.
छत्तीसगढ़ में गौ हत्या, अवैध तस्करी दंडनीय अपराध है. लेकिन, प्रदेश से हज़ारों गौ वंशों की तस्करी करके अन्य राज्यो में ले जाया जा रहा है और वहाँ अवैध कतलख़ानों में काटा जा रहा है. गौ तस्करों पर कार्रवाई को लेकर प्रदेश भर में प्रदर्शन, आंदोलन कर पुलिस प्रशासन व मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, स्थानीय विधायक को जानकारी दी जा चुकी है और कार्रवाई हेतु सभी जिलो में निवेदन भी किया गया था. लेकिन बार-बार निवेदन करने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से हिन्दू समाज में पीड़ा है. इसलिए पूरे प्रदेश में गौ रक्षकों को गाय से भरी हुई गाड़ी दिखती है तो पुलिस को जानकारी देकर व सहयोग लेकर गाड़ी को रोका जाता है ताकि गौ वंश की रक्षा की जा सके.