पटना, बिहार.
शिक्षक का दायित्व छात्रों को सही-गलत के बारे में ज्ञान देना, और उन्हें सन्मार्ग पर बढ़ाना होता है. लेकिन, बिहार के बेगुसराय स्थित एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाले मुस्लिम शिक्षक ने हनुमान जी को लेकर विवादित टिप्पणी की. शिक्षक जिय़ायुद्दीन ने हनुमान जी को मुसलमान बता दिया, और दावा किया कि वे नमाज पढ़ते थे. शिक्षक के बयान के बाद हड़कंप मच गया. और अभिभावकों ने शिक्षक की हरकत पर रोष व्यक्त किया.
स्कूल से घर वापस आने के बाद बच्चों ने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी. इसके बाद नाराज अभिभावक हिन्दू संगठनों के साथ स्कूल पहुंचे और वहां विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद आरोपी शिक्षक ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली. मामले में शिक्षक को स्कूल प्रबंधन ने चेतावनी दी है.
आरोपी शिक्षक बेगुसराय के उत्क्रमित विद्यालय, कदराबाद में कार्यरत है. सातवीं कक्षा में पढ़ाते समय शिक्षक ने कहा था कि भगवान राम और हनुमान जी मूलत: एक मुसलमान थे और नमाज पढ़ते थे. मामले में माफी मांगते हुए आरोपी शिक्षक ने कहा, “मैंने ये बातें गलती से सिखा दी थीं. मुझसे गलती हुई है, कृपया मुझे माफ कर दें. भविष्य में ऐसा नहीं होगा”.
घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राज्य सरकार से मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र बेगुसराय में माहौल को खराब करने की कोशिशें की जा रही है. कादराबाद के शिक्षक जियाउद्दीन ने छात्रों को भगवान राम और हनुमान को मुसलमान पढ़ाया. ये बहुत ही बड़ी गलती है. समाज में इस तरह की नफरत फैलाने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए.