उदयपुर. भावेश सोनी पुत्र श्री हीरालाल सोनी उम्र 17 वर्ष मूल निवासी मेनार, वर्तमान उदयपुर (चित्तौड़ प्रांत) में मालदास स्ट्रीट में निवास.
ये बालक संघ से कभी नहीं जुड़ा, स्वयंसेवक नहीं रहा और न कभी शाखा में गया. पर, जब सोशल मीडिया पर स्वराज 75 के अवसर पर 75 करोड़ सूर्यनमस्कार कार्यक्रम के बारे में देखा-सुना और पढ़ा तो भावेश सोनी ने भी स्वयं ही अपने स्तर पर यू ट्यूब और व्हाट्स एप से देखकर सूर्यनमस्कार सीखा और 31 जनवरी, 2022 सोमवार को अपने निवास पर 11 सूर्य नमस्कार लगाए.
भावेश वर्तमान में मेनार के राजकीय विद्यालय में 11वीं कक्षा – कला वर्ग में अध्ययनरत है.
29 अगस्त, 2016 को सलूम्बर जिले के उथरदा ग्राम में करंट हादसा हुआ था. उस हादसे में एक ही परिवार के पांच जन गंभीर झुलस गए थे, जिसमें से एक युवक की मृत्यु हो गई थी और उक्त बालक भावेश सोनी तब मात्र 12 वर्ष का था और इस करंट हादसे में भावेश के गम्भीर घायल होने पर एक हाथ कोहनी से काटना पड़ा, दूसरे हाथ की अंगुली ओर अंगूठा काटना पड़ा और एक पैर भी क्षतिग्रस्त हो गया. उस वक्त लगातार 14 माह तक अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती रहा और 14 महीने बाद घर वापिस आया. उसके बाद भी इस बालक ने हौसला नहीं खोया, हिम्मत रखी तथा संघर्ष के साथ नया जीवन प्रारम्भ किया.
भावेश सोनी का स्वप्न था कि पुलिस में या सेना में जाऊंगा, जब 2016 में अहमदाबाद में ऑपरेशन कर हाथ काटा गया तो ये कटे हाथ को देखकर बस यही शिकायत करता रहा कि अब में पुलिस या सेना में कैसे जा पाऊंगा.
हौसला हिम्मत साहस को लेकर आगे बढ़े भावेश सोनी द्वारा 31 जनवरी, 2022 को प्रातः अपने निवास स्थान पर ही परिवार के साथ 11 सूर्य नमस्कार लगाए.