पटना, बिहार. राज्य सरकार ने मेडिकल स्नातक कोर्स – MBBS अब हिंदी में करवाने की घोषणा की है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रावधानों के अंतर्गत मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा चिकित्सा पाठ्यक्रम हिंदी में भी उपलब्ध कराए जाने के बाद अब बिहार सरकार ने भी यह निर्णय लिया है.
बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य सरकार द्वारा लिए निर्णय के सम्बन्ध में जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि आने वाले शैक्षणिक सत्र से चिकित्सा की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के पास विकल्प होगा कि वे हिंदी में एमबीबीएस कर सकें.
उन्होंने कहा कि – “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए हिंदी पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता सहित आवश्यक पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श के बाद यह ऐतिहासिक कदम उठाया है. यह निर्णय हिंदी को बढ़ावा देने और इसे वैश्विक भाषा बनाने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप है”.
बिहार के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स को हिंदी में संचालित करने के लिए पाठ्यक्रम AIIMS दिल्ली के पाठ्यक्रम के आधार पर होगा. इससे बिहार में संचालित हिंदी माध्यम के 85 हजार सरकारी स्कूलों से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को 12वीं के बाद चिकित्सा की पढ़ाई उनकी अपनी भाषा में पूरी करने की सहजता मिलेगी.