कनाडा में एक बार फिर हिन्दू मंदिर पर हमला हुआ है. शरारती तत्वों ने एडमॉन्टन में हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की है. साथ ही मंदिर की दीवारों पर हिन्दूफोबिक बातें लिखी हैं. इसे लेकर खालिस्तान समर्थकों पर आरोप लग रहे हैं. विश्व हिन्दू परिषद, कनाडा ने घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से चरमपंथी विचारधारा के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की है.
नेपियन के सांसद चंद्रा आर्या ने हिन्दू-कनाडाई समुदाय के खिलाफ नफरत भरी हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट किया – एडमॉन्टन में हिन्दू मंदिर बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को फिर से तोड़ा गया है. पिछले कुछ वर्षों के दौरान ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा के अन्य स्थानों में हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है.
https://x.com/AryaCanada/status/1815562942458544447
कनाडा के हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं. कनाडा में हिन्दू मंदिरों को बार बार निशाना बनाया जा रहा है. मंदिरों की दीवारों पर कभी भारत विरोधी नारे तो कभी कुछ लिख दिया जाता है.
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने इस तरह की गतिविधियां बढ़ा दी हैं. निज्जर की जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या दी गई थी.
पिछले साल कनाडा में हिन्दू मंदिर में तोड़फोड़ के कई मामले सामने आए थे. लक्ष्मी नारायण मंदिर को निशाना बनाया गया. मंदिर के गेट और पीछे की दीवार पर भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थक पोस्टर चिपका दिए गए थे. इस पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की भी तस्वीर लगी थी. सरे का लक्ष्मी नारायण मंदिर ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर है.