भोपाल. राज्य में एक मिशनरी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है क्योंकि उसने शिक्षक पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला था.
मिशनरी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ शिक्षक द्वारा पुलिस में शिकायत देने के बाद नए धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. महिला शिक्षक ने शनिवार (20 फरवरी) को मध्यप्रदेश फ्रीडम ऑफ रिलीजन ऑर्डिनेंस-2020 के तहत शिकायत दर्ज करवाई है. महिला शिक्षक ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे परेशान किया और अपना धर्म परिवर्तित करने के लिए दबाव बनाया. मामला खजुराहो के एक कॉन्वेंट स्कूल का है और स्कूल शिक्षक रूबी सिंह ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
रूबी सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह पिछले चार साल से संविदा पर स्कूल में काम कर रही थी. वह एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से है. जब सिस्टर को शिक्षक की आर्थिक स्थिति के बारे में पता चला, तो उसने उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया.
प्रिंसिपल ने शिक्षिका की स्थिति का लाभ उठाते हुए उस पर दबाव डाला और उसके धर्म का अपमान किया. प्रिंसिपल ने महिला शिक्षक को उसकी सैलरी बढ़ाने और नौकरी नियमित करने के बहाने लालच देना शुरू कर दिया. जब सिंह ने अपना धर्म बदलने से इनकार कर दिया, तो आरोपी ने कथित रूप से उसका वेतन रोक दिया और उसे निकाल दिया.
मध्यप्रदेश कैथोलिक चर्च के जनसंपर्क अधिकारी मारिया स्टीफन ने कहा कि मिशनरी स्कूल को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने शिक्षिका को ही दोषी बता दिया. उन्होंने कहा, “माता-पिता और छात्रों की शिकायत मिलने के बाद शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया था. उसे चेतावनी दी गई थी, लेकिन उसने पढ़ाने के तरीके में सुधार नहीं किया.”
खजुराहो के विद्याधर कॉलोनी में ईसाई मिशनरी द्वारा स्कूल संचालित किया जाता है. इस स्कूल में विद्याधर कॉलोनी खजुराहो निवासी रूबी सिंह शिक्षक के पद पर काम करती हैं. स्कूल प्रबंधन ने अक्तूबर 2019 से अप्रैल 2020 का वेतन भी रोक लिया है. रूबी सिंह ने स्कूल प्राचार्या सिस्टर भाग्या से वेतन मांगा तो उन्होंने मतांतरण का दबाव बनाया. मतांतण करो तो हम तुम्हारा वेतन दे देंगे. वेतन बढ़ा भी देंगे और पति का इलाज भी करा देंगे. इसके साथ ही प्राचार्य सिस्टर भाग्या द्वारा जबरन घर पर झाड़ू-पोंछा का काम भी करवाया. लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रूबी सिंह को नौकरी से भी अलग कर दिया. रूबी ने आरोप लगाया कि पहले धमकी व डर के कारण शिकायत नहीं की.