लखनऊ. पुलिस ने शहनवाजपुर मतांतरण के मामले में प्रधान प्रतिनिधि की शिकायत के आधार पर दिल्ली के एक चर्च के पास्टर, लखीमपुर के एक व्यक्ति और शहनवाजपुर गांव के तीन लोगों सहित कुल पांच पर मुकदमा दर्ज किया है. जिसमें गांव के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जिले में ईसाई मिशनरियों की मतांतरण कराने की मुहिम को लेकर चिंतित हिन्दू संगठन चिंतित हैं और विभिन्न स्तरों पर इन घटनाओं को उठाने वाले हैं.
हिमालय की तलहटी में बसे बहराइच जिले में फैली गरीबी और अशिक्षा का लाभ उठाकर ईसाई मिशनिरियों का धर्मांतरण गिरोह सक्रिय है. कुछ दिन पूर्व रिसिया थानाक्षेत्र के शहनवाजपुर ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि अनिल निषाद ने फेसबुक के माध्यम से कुछ परिवारों के ईसाई धर्म से प्रेरित होने की बात कह कर मामले में भारत सरकार से जांच की मांग की थी.
दैनिक जागरण समाचार पत्र ने मतांतरण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. शहनवाजपुर के आसपास के कई गांवों में ईसाई मिशनरियों के गुपचुप तौर से चंगाई सभा कर ग्रामीणों को इलाज, पैसे आदि सुविधाओं का लालच देकर मतांतरण कराने के मामले का खुलासा किया, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया था.
शहनवाजपुर में एसडीएम सदर, एसएसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने डेरा डालकर मामले की जांच की. पुलिस ने इस मामले में दिल्ली निवासी पास्टर रंजीत कुमार, शहनवाजपुर और आस-पास के गांव में लोगों को ईसाई मत में परिवर्तित करने वाला शातिर लखीमपुर जिले के पलिया कला निवासी मनोज कुमार, शहनवाजपुर गांव निवासी लालबहादुर, इंद्रजीत, गोदनी बसाही गांव निवासी प्रहलाद पर मुकदमा दर्ज किया है. थानाध्यक्ष हेमंत गौड़ ने बताया कि लालबहादुर और इन्द्रजीत को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. जबकि मास्टर माइंड की तालाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है.