भोपाल. दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश मिश्रा ने बताया कि 13 अप्रैल, 2022 को पूर्वाह्न 11:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान, ठेंगड़ी भवन, भारतमाता चौक (डिपो चौराहा), भोपाल में प्रदर्शनी सभी लोगों के लिए अवलोकनार्थ खुली रहेगी.
भारत के जाने माने पुरातत्ववेत्ता एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण भोपाल से सेवानिवृत्त हुए डॉ. नारायण व्यास ने अभियान चलाया है स्वाधीनता के अमृत महोत्सव वर्ष में हमारे जो क्रांतिकारी बलिदान हुए हैं, या उनके जन्म/बलिदान एवं उनसे संबंधित स्थलों से एकत्रित की गई 75 पवित्र स्थलों की चरणरज (मिट्टी) का प्रदर्शन किया जाएगा. ताकि स्वाधीनता महोत्सव के अन्तर्गत हम चरणरज के माध्यम से उन्हें स्मरण करें. 75 स्थानों की चरणरज एकत्रित की है. जिसमें प्रमुख रूप से अमझेरा के बलिदानी राणा बख्तावर सिंह एवं उनके कई साथी जिन्हें फांसी हुई, जलियांवाला बाग की मिट्टी, सुभाष चन्द्र बोस के जन्म स्थान कटक की मिट्टी, प्रयागराज में बलिदान हुए चन्द्रशेखर आज़ाद के बलिदान स्थल की मिट्टी, बाबासाहेब आंबेडकर के जन्म स्थान की मिट्टी, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे शिवपुरी, अगस्त क्रांति मैदान मुंबई की मिट्टी, उज्जैन के स्वतंत्रता सेनानी सूर्य नारायण व्यास, विष्णु श्रीधर वाकणकर, अनन्त लाल व्यास, राजस्थान के शहीदों के जन्म और बलिदान स्थलों की चरणरज का संग्रह है. यह प्रदर्शनी जगह-जगह लगाई जा रही है. उसी कड़ी में दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान में भी यह प्रदर्शनी लगाई जा रही है, जिससे अधिक से अधिक संख्या में लोग पवित्र चरणरज का दर्शन लाभ लें एवं महान देशभक्त स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के चित्र एवं ब्रिटिश शासन के समय की ईंटें जिन पर वर्ष उत्कीर्ण है, भी प्रदर्शित की जाएगी.