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श्रीराम मंदिर के नाम पर ठगी का खेल शुरू, तीर्थ क्षेत्र के खाते से लाखों उड़ाए

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श्रीराम मंदिर निर्माण के नाम पर लोगों से पैसे लेने वाला एक ठग भी गिरफ्तार

अयोध्या (विसंकें). श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य अभी शुरू ही हो रहा है, तथा ठगों, जालसाजों ने अपने मंसूबे दिखाना शुरू कर दिया. अज्ञात लोगों ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ से दो बार में लाखों रुपये की राशि उड़ा ली. तीसरी बार बैंक प्रबंधन की सजगता के कारण जालसाजी का भंडाफोड़ हो गया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने कोतवाली अयोध्या में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. दूसरी ओर मेरठ में श्रीराम मंदिर निर्माण के नाम पर लोगों से धन एकत्रित करते एक ठग को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ठग के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का भारतीय स्टेट बैंक नए घाट अयोध्या में खाता खुला हुआ है. जिसमें ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र सिग्नेचर अथॉरिटी हैं. भुगतान सिर्फ इन्हीं के दस्तखत से हो सकता है. शातिरों ने जालसाजी कर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अकाउंट से कुल 6 लाख की रकम निकाल ली.

लखनऊ की ब्रांच से चेक संख्या 740799 के माध्यम से 1 सितंबर को ₹2 लाख 50 हजार पीएनबी बैंक में ट्रांसफर किए गए, जबकि चेक संख्या 740800 से 8 सितंबर को ₹3 लाख 50 हजार पीएनबी के खाते ट्रांसफर किए गए. कुल ₹6 लाख रुपये पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट में जालसाजी करके ट्रांसफर हुए.

जालसाजी का पता तब चला जब बुधवार दोपहर SBI बैंक लखनऊ से महामंत्री चंपत राय के पास फोन आया कि चेक संख्या 740798 के माध्यम से 9 लाख 86 हजार का भुगतान का चेक बैंक में जमा किया गया है, क्या यह भुगतान किया जाना है? जिस पर चंपत राय ने किसी को भी चैक जारी किये जाने से इंकार किया. जिसके बाद अयोध्या कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है.

उधर, श्रीराम मंदिर के निर्माण में हर हिन्दू कुछ न कुछ योगदान अवश्य करना चाहेगा. इसी भावना का फायदा उठाने के लिये सक्रिय हो गए हैं. ऐसे ही ठग के बारे में विहिप के कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली तो उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया. पुलिस ने कथित ट्रस्ट कार्यालय को बंद करा दिया और ट्रस्ट बनाकर चन्दा मांगने वाले नरेन्द्र राणा को गिरफ्तार कर लिया है.

मेरठ के गढ़ रोड स्थित जिठौली गांव में नरेन्द्र राणा ने यह प्रचारित किया कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए जो लोग भी चन्दा देना चाहते हैं, वे लोग उसके ट्रस्ट के कार्यालय में धनराशि जमा कराएं. विश्व हिन्दू परिषद के जागृति विहार के कार्यकर्ताओं को जब यह सूचना मिली तो वह तुरंत समझ गए कि कोई ठगी करने का प्रयास कर रहा है. विहिप और बजरंग दल के दर्जनों कार्यकर्ता गांव जिठौली स्थित मंदिर पर पहुंच गए. वहीं आरोपी नरेंद्र राणा भी वहीं मिल गया. घटना की सूचना पुलिस को दी, थाना मेडिकल में नरेंद्र राणा एवं कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.

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