रायपुर, छत्तीसगढ़.
माओवादियों के खिलाफ अभियान में सुरक्षा बलों को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है. अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा बलों ने 28 माओवादियों को मार गिराया है. मुठभेड़ में माओवादियों को बड़ा झटका लगा है, माओवादी संगठन को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. मुठभेड़ माओवाद प्रभावित क्षेत्र बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा-नारायणपुर की सीमा पर नेंदूर-थुलथुली ग्राम के जंगलों में हुई है.
पुलिस के अनुसार, नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया गया. सुरक्षा बल जंगल के भीतरी क्षेत्र में पहुँचे, तो माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. माओवादियों की गोलीबारी का जवाब देते हुए सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद माओवादी हमेशा की तरह जंगल की आड़ लेकर भागने की फिराक में थे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें घेरते हुए मुठभेड़ में ढेर कर दिया. सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से एके-47, एसएलआर सहित दर्जनों अन्य हथियार बरामद किए हैं. मारे गये नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो सकी है.
नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दंतेवाड़ा और नारायणपुर की सीमा पर नेंदूर-थुलथुली के जंगल में बड़े माओवादी लीडरों का जमावड़ा है. सूचना पर नारायणपुर पुलिस से समन्वय स्थापित कर एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया.
दंतेवाड़ा एसपी गौरव रॉय ने बताया कि नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर बड़ी पार्टी मौके के लिये निकाली गयी. जवानों को सावधानी से ऑपरेशन को अंजाम देने निर्देश दिया गया था. मौके पर कंपनी नं-6 पूर्वी डिवीजन व पीएलजीए के नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई. ये कंपनी इसी क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रही है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा – नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 28 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है.
जवानों को मिली यह बड़ी कामयाबी सराहनीय है. उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं.
नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन सरकार दृढ़ संकल्पित है.
प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है.