जयपुर. पाथेय कण संस्थान द्वारा आयोजित पाठक सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अच्छी बातों को व्यवहार में लाया जाए, तभी उनका महत्व है. केवल ज्ञान से समृद्ध नहीं, आचरण सिद्ध भी बनें. अच्छे साहित्य के माध्यम से पाठक जागरूक हों, साथ ही अपने परिवार को भी जागरूक करें. इस प्रकार पाठक से परिवार और उनके माध्यम से पूरा समाज जागरूक बने.
व्यक्तित्व निर्माण पर विशेष बल देते हुए उन्होंने कहा कि समाज की समस्याओं का समाधान करने वाले नागरिक तैयार हों. आगामी पीढ़ी को सही इतिहास बताना हमारा दायित्व है. भारत कभी पूरी तरह परतंत्र नहीं रहा. जिन क्षेत्रों में विदेशी शासन था, वहाँ भी समाज स्वतंत्रता के लिए लड़ा है. स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने का यह अमृत महोत्सव एक अच्छा अवसर है, जब हम इतिहास के सही तथ्यों को सामने लाएं.
कार्यक्रम का प्रारंभ पाथेय कण पर आधारित डॉक्यूमेंट्री से हुआ. मंच पर नरेंद्र ठाकुर के अतिरिक्त पाथेय कण के संपादक रामस्वरूप अग्रवाल, प्रबंध संपादक माणिक चंद, प्रांत प्रचार प्रमुख महावीर कुमावत उपस्थित थे. उद्बोधन के बाद मालवीय नगर के डाक वितरकों का सम्मान किया गया. कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम् से हुआ.
कन्नूर में वीरगति प्राप्त करने वाले सीडीएस बिपिन रावत सहित सभी हुतात्माओं के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया तथा सभागार में उपस्थित सभी व्यक्तियों ने उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. कार्यक्रम का आयोजन मालवीय नगर जयपुर स्थित पाथेय भवन के सभागार में हुआ.