विदिशा/लटेरी. वन माफिया से सरकारी जमीन को बचाने का प्रयास दलित सरपंच के पति को भारी पड़ गया. विदिशा जिले की लटेरी तहसील के अंतर्गत आने वाले मुरवास गांव में दबंग वन माफिया ने दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले संतराम बाल्मीकि की ट्रैक्टर से कुचल कर निर्मम हत्या कर दी. संतराम पिछले काफी समय से वन माफिया के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे, जिससे आक्रोशित माफियाओं ने दिन-दहाड़े संतराम बाल्मीकि की ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी. हत्या के बाद गुस्साए नागरिकों ने विधायक के नेतृत्व में चक्का जाम कर दिया और वन माफिया व दबंगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की. हत्या की घटना के बाद से ही पूरे विदिशा जिले में आक्रोश का माहौल है. दबाव के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार संतराम लगातार सरकारी जमीन पर मुस्लिमों द्वारा कब्जा करने की शिकायत प्रशासन से कर रहे थे, शिकायतों से गुस्साए माफिया ने गुरुबार दोपहर को मुरवास क्षेत्र के दलित नेता एवं सरपंच के पति सन्तराम बाल्मीकि की हत्या कर दी. हत्या की खबर लगते ही सिरोंज सहित लटेरी के समाजिक संगठनों के लोग मुरवास पहुंचे और नारेबाजी करते हुए सड़क पर चक्का जाम कर डाला.
सन्तराम द्वारा लगातार वन भूमि पर कब्जा करने बाले वन माफियाओं की शिकायत जिला तथा प्रदेश स्तर पर की जा रही थी. वन माफिया इसी को लेकर नाराज था. वन विभाग और वन विकास निगम की हजारों बीघा जमीन पर शासन द्वारा करोड़ों रुपये खर्ट कर पौधे लगाए जा रहे थे. वहीं, दूसरी ओर माफिया द्वारा पेड़ों की लगातार कटाई कर खेती के लिए जमीन तैयार की जा रही थी. जिसकी शिकायत वर्ष 2017 से सन्तराम कर रहा था. लगातार शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन सहित राज्य सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की.
दो घंटे चला चक्काजाम
दलित नेता सन्तराम की हत्या से गुस्साए क्षेत्र के हजारों लोगों ने भाजपा विधायक उमाकान्त शर्मा के नेतृत्व में मुरवास पहुंचकर चक्का जाम कर दिया. उमाकान्त शर्मा ने तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. लगभग दो घंटे चले चक्काजाम के दौरान हजारों लोगों की भीड़ मुरवास थाने के सामने लगी रही.
इस दौरान मौके पर विदिशा एडिशनल एसपी संजय साहू भी मौजूद थे. एडिशनल एसपी संजय साहू के सामने ही मुरवास थाने में पदस्थ थाना प्रभारी को तत्काल हटाने और मुरवास पुलिस के कुछ आरक्षकों की संदिग्ध भूमिका की जांच की मांग की. विधायक ने कहा कि सन्तराम को लगातार आरोपियों द्वारा धमकी दी जा रही थी, लेकिन मुरवास पुलिस ने ठोस कदम नहीं उठाया.
विधायक ने वन विकास निगम के अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाए तथा उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की. निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते आज हजारों बीघा जंगल नष्ट कर माफिया ने वन भूमि पर कब्जा कर लिया है.