नई दिल्ली. सबकी सरकार — वर्ष 2019 में सत्ता में वापसी के पश्चात नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बने मंत्रीमंडल व सरकार की योजनाओं में भी इसकी झलक देखने को मिलती है. वहीं, बुधवार शाम को हुए मंत्रीमंडल विस्तार के पश्चात केंद्र सरकार में महिलाओं की भूमिका व संख्या दोनों में बढ़ोतरी हुई है. मंत्रीमंडल विस्तार में अनुभव, युवा, प्रोफेशनल्स सहित समस्त वर्गों का प्रतिनिधित्व देखने को मिला है.
बुधवार शाम को 43 नए मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की, उनमें 7 महिलाएं भी शामिल रहीं. सात महिला सांसदों ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. महिला शक्ति की बात करें तो केंद्रीय मंत्रीमंडल में महिला मंत्रियों की कुल संख्या 11 हो गई है. इनमें 2 कैबिनेट मंत्री पहले से ही शामिल हैं, जिनमें निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय संभाल रही हैं और समृति ईरानी भी कैबिनेट मंत्री हैं. साध्वी निरंजन ज्योति और रेणुका सिंह पहले से ही राज्य मंत्री के रूप में शामिल हैं. बुधवार को शपथ लेने वाली 7 महिला मंत्रियों में अनुप्रिया पटेल, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, दर्शना विक्रम जरदोश, शोभा करंदलाजे, प्रतिमा भौमिक और डॉ. भारती पवार शामिल हैं.
पूर्वोत्तर को महिला प्रतिनिधित्व – पश्चिम त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक ने केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. 52 वर्षीय प्रतिमा भौमिक 2019 में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गईं. प्रतिमा भौमिक लोकसभा सदस्य सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं.
जनजाति समाज से महिला मंत्री – महाराष्ट्र के डिंडोरी क्षेत्र से सांसद डॉ. भारती पवार को भी कौबिनेट में स्थान दिया गया है. डॉ. भारती जनजाति समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं. पहली बार लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं. सार्वजनिक जीवन में आने से पहले डॉक्टर के रूप में सेवाएं दे रही थीं. उनके पास एमबीबीएस की डिग्री है.
अनुप्रिया पटेल – मिर्जापुर विध्यांचल क्षेत्र से अपना दल की अनुप्रिया पटेल को मंत्रिमंडल में जगह मिली, जो ओबीसी वर्ग से आती हैं. करीब 40 वर्षीय पटेल यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं. 2014 में बनी मोदी सरकार में भी अनुप्रिया को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाया गया था.
मीनाक्षी लेखी – नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद मीनाक्षी लेखी को कैबिनेट में शामिल किया गया है. पेशे से अधिवक्ता मीनाक्षी लेखी पार्टी और सरकार का पक्ष संसद से लेकर समाचार चैनलों तक मजबूती से रखती रही हैं. 54 वर्षीय लेखी को मंत्रीमंडल में शामिल कर एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. मीनाक्षी लेखी ने 2014 में नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के अजय माकन को हराया था.
पहली बार सांसद बनीं अन्नपूर्णा देवी – झारखंड से बीजेपी की सांसद अन्नपूर्णा देवी को भी मंत्रीमंडल में स्थान मिला है. अन्नपूर्णा देवी को केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है. सांसद के रूप में उनका यह पहला कार्यकाल है. वह झारखंड और बिहार से 4 बार विधायक भी रह चुकी हैं. उन्होंने झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम किया है. अन्नपूर्णा देवी सिंचाई, महिला एवं बाल कल्याण जैसे विभागों की मंत्री रह चुकी हैं.
दर्शन विक्रम जरदोश – गुजरात के सूरत से लोकसभा सांसद हैं. वह लगातार तीसरी बार संसद पहुंची हैं. सांसद के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है. दर्शन विक्रम जरदोश सूरत नगर निगम की पार्षद भी रह चुकी हैं और गुजरात समाज कल्याण बोर्ड की सदस्य भी. जरदोश को भी केंद्र में राज्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया है.
शोभा करंदलाजे – शोभा करंदलाजे कर्नाटक बीजेपी की दिग्गज नेता मानी जाती हैं. शोभा ने अपना राजनीतिक जीवन 1994 में शुरू किया था. शोभा करंदलाजे को 2004 में एमएलसी बनाया गया था. इसके बाद 2008 में यशवंतपुर (बेंगलुरु) से विधायक चुनी गईं. भाजपा सरकार में उन्हें पंचायती राज मंत्री बनाया गया. इसके बाद साल 2014 में सांसद बनी. 2019 में पुनः लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंची.