नई दिल्ली। एक विशेष अभियान के तहत दिल्ली पुलिस उत्तर-पश्चिम जिले की फॉरेनर सेल ने भारत नगर क्षेत्र से नौ अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से एक स्मार्टफोन भी बरामद किया है, जिसमें प्रतिबंधित IMO ऐप के माध्यम से अपने परिवार से बांग्लादेश में संपर्क बनाए हुए थे। अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ चलाए जा रहे दिल्ली पुलिस के विशेष अभियान के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई।
पुलिस को सूचना मिली थी कि वजीरपुर झुग्गी बस्ती में कुछ बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे हैं। सूचना के आधार पर फॉरेनर सेल की टीम ने क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान करीब 50 फुटपाथों और 100 गलियों में सघन जांच की गई। अभियान के दौरान पुलिस ने 9 व्यक्तियों को हिरासत में लिया।
पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि वे पहले हरियाणा के मेवात में एक ईंट-भट्ठे पर काम करते थे। हरियाणा पुलिस की सख्ती के डर से वहां से भागकर दिल्ली आ गए। जांच में पता चला कि ये लोग कूचबिहार बॉर्डर के रास्ते अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे। दिल्ली में लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे और किराए का मकान लेने की योजना बना रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ फॉरेनर्स एक्ट, 1946 और अन्य संबंधित नियमों के तहत कार्रवाई शुरू की है। पकड़े गए सभी व्यक्तियों को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को सौंप दिया गया है। पुलिस का कहना है कि अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
उधर, दूसरी ओर पलवल जिले के हथीन थाना पुलिस ने सीआईडी की गुप्त सूचना के आधार पर ईंट भट्टों पर काम करने वाले अवैध 59 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। सभी बीते 15-20 दिनों से ईंट भट्टे पर काम कर रहे थे। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर डिटेंशन सेंटर भेज दिया है। अधिकारियों के अनुसार जल्द ही इन्हें बांग्लादेश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पलवल के हथीन उपमंडल में उटावड़ स्थित बालाजी और कृष्णा ईंट-भट्ठों से शुक्रवार को 59 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। पूछताछ के दौरान अवैध रूप से रह रहे सभी 59 बांग्लादेशियों के पास बांग्लादेश के दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिसके बाद उन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। इनमें 20 पुरुष, 18 महिला के साथ 21 बच्चे, जिनमें 13 लड़के और 8 लड़कियां शामिल हैं।
पूछताछ के दौरान पता चला कि सभी ने अवैध तरीके से भारत में एंट्री ली थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। इन सभी के पास बांग्लादेश के नेशनल आईडी कार्ड बरामद हुए हैं।