करौली हिंसा के विरोध में सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर कमर चौधरी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें करौली में हुई सुनियोजित हिंसा पर संज्ञान लेते हुए हिन्दुओं के त्योहारों पर सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की.
ज्ञापन में कहा गया कि नव संवत्सर की शांतिपूर्ण शोभायात्रा के दौरान हिन्दू समाज के लोगों पर एक मोहल्ले में समुदाय विशेष के लोगों ने घरों से सुनियोजित तरीके से जान से मारने की नियत से हमला कर दिया. हमले की योजना इतनी पूर्व नियोजित थी कि हटवाड़ा बाजार में जैसे ही शोभायात्रा पहुंची आसपास के घरों से एक साथ बड़ी तादाद में पथराव किया गया. जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बाद उपद्रवियों ने धारदार हथियारों के साथ मोटरसाइकिल सवारों पर अचानक हमला किया, दुकानों व बाईकों को आग के हवाले कर दिया.
ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले कई वर्षों में राज्य सरकार ने ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिससे संदेश गया है कि वर्तमान सरकार हिन्दुओं के त्योहारों को गंभीरता से नहीं लेती है और यह उसकी प्राथमिकता में नहीं है. इससे उपद्रवियों में ऐसा संदेश गया है कि वर्तमान सरकार उनके साथ अपराध की अनदेखी करेगी. सरकार की इन एक्टिविटी से राजस्थान में सौहार्द बिगाड़ने में मदद मिली है. इससे असामाजिक तत्वों ने राजस्थान को अभ्यारण्य समझ लिया है, इसका प्रमाण हाल ही में चित्तौड़गढ़ में आरडीएक्स के साथ पकड़े गए लोगों से भी मिलता है.
विश्व हिन्दू परिषद ने मांग की कि सरकार प्रशासन को निर्देश दे कि संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन सर्वे कर असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन्हें सजा दिलाए. इस पखवाड़े में हिन्दुओं द्वारा अनेक कार्यक्रम व शोभायात्रा आयोजित होंगे. जिनमें मुख्य रुप से रामनवमी, हनुमान जयंती व महावीर जयंती के कार्यक्रमों में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही उपद्रव फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए.