मुंबई. डॉ. राजशरण शाही (उत्तर प्रदेश) और याज्ञवल्क्य शुक्ल (बिहार) देश के अग्रणी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्रमशः राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में सत्र 2022-23 हेतु नव निर्वाचित हुए हैं. यह घोषणा आज अभाविप केन्द्रीय कार्यालय (मुंबई) से की गई.
अभाविप केन्द्रीय कार्यालय से चुनाव अधिकारी डॉ. एस. सुब्बैया द्वारा जारी वक्तव्य के अनुसार उपरोक्त दोनों पदों का कार्यकाल एक वर्ष रहेगा एवं दोनों पदाधिकारी जयपुर (राजस्थान) में 25, 26 व 27 नवम्बर, 2022 को होने वाले 68वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अपना पदग्रहण करेंगे.
डॉ. राजशरण शाही मूलतः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से हैं. उनकी शिक्षा शिक्षाशास्त्र में PhD तक हुई है. वर्तमान में बाबासाहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में शिक्षाशास्त्र विभाग में सह-आचार्य के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने अभी तक पाँच पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है. अभी तक 103 से अधिक शोधपत्र एवं लेख राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं एवं संगोष्ठियों में रखे जा चुके हैं. साथ ही शिक्षा से जुड़े विषयों पर दैनिक पत्रों में लेख प्रकाशित हुए हैं. प्रतिष्ठित भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला में असोसिएट रहे हैं. 2017 में श्रेष्ठतम शिक्षक का योगीराज बाबा गंभीरनाथ स्वर्ण पदक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया था. उत्तर प्रदेश की विभिन्न शैक्षिक एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन संबन्धी महत्वपूर्ण समितियों के भी सदस्य हैं. शिक्षा व सामाजिक विषयों के गहन चिंतक व उत्तर प्रदेश में संगठन कार्य को आगे बढ़ाने में महती भूमिका रही है. डॉ. शाही 1989 में विद्यार्थी जीवन से अभाविप के संपर्क आए. शिक्षक कार्यकर्ता के रूप में अब तक गोरखपुर महानगर अध्यक्ष से लेकर गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष आदि दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं और वर्तमान में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. आगामी सत्र 2022-23 हेतु राष्ट्रीय अध्यक्ष के दायित्व पर निर्वाचित हुए हैं. निवास लखनऊ है.
याज्ञवल्क्य शुक्ल मूलतः झारखंड के गढ़वा जिले से हैं. रांची विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में PhD तक शिक्षा प्राप्त की है. शोध झारखंड के पलामू प्रमंडल में कोरबा जनजाति का सांस्कृतिक भूगोलीय अध्ययन विषय पर हुआ है. नीलाम्बर-पिताम्बर विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में परास्नातक में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है. आप श्री जगजीत सिंह नामधारी महाविद्यालय, गढ़वा के निर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष तथा रांची विश्वविद्यालय के निर्वाचित छात्रसंघ उपाध्यक्ष रहे हैं. वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा आयोजित भारतीय युवा प्रतिनिधिमंडल की श्रीलंका यात्रा का प्रतिनिधित्व किया. विद्यालयी जीवन से ही परिषद के संपर्क में हैं तथा वर्ष 2009 से पूर्णकालिक कार्यकर्ता हैं. झारखंड के युवाओं को भ्रमित करने वाले षड्यंत्रों को परास्त कर आपने ‘जुटान’ जैसे विभिन्न सफल प्रयोगों से जनजातीय विद्यार्थियों को अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पूर्व में रांची महानगर संगठन मंत्री, झारखंड प्रांत संगठन मंत्री तथा केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया है. वर्तमान में बिहार क्षेत्र के क्षेत्र सह संगठन मंत्री हैं. आगामी सत्र 2022- 23 हेतु राष्ट्रीय महामंत्री के दायित्व पर निर्वाचित हुए हैं.